औरंगजेब की कब्र की लडाई में जल उठा नागपुर, महाल और हंसपुरी में भड़की हिंसा?

नागपुर. महाल इलाके में सोमवार को दो गुटों के बीच हिंसक झड़प् हो गयी। जिसके बाद उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और साथ ही पथराव करके सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। इस पत्थरबाजी में कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। इसके बाद दूसरी झड़प रात 10.30 से 11.30 बजे के बीच हंसपुरी इलाके में पुराना भंडारा रोड़ पर हुई। जहां एक भीड़ ने कई वाहनों को जला दिया और घरों में तोड़फोड़ कर दी है। फिलहाल अभी शांति है और बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
25-30 वाहनों को किया आग हवाले
नागपुर में अफवाहों को फैलने से रोकने के लिये साइबर पुलिस की मदद की ला रही है। हिंसा में 25-30 दो पहिया वाहनों और 2-3 कारें जलाये जाने की खबर है। डीसीपी नागपुर अच्रित चांडक ने बताया है यह घटना कुल गलतफहमी की वजह से हुई। स्थिति अभी काबू में है। यहां हमारी फोर्स मजबूत है। मैं सभी से अपील करता हूं कि वह बाहर न निकलें या पत्थरबाजी न करें। पत्थरबाजी हो रही थी। इसलिये हमने बल का प्रदर्शन किया और आंसू गैस का भी उपयोग किया। कुछ वाहनों में आग लगा दी गयी। हमने फायर ब्रिगेड को बुलाकर आग बुझाई। कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हुए हे। मुझे पत्थरबाजी के दौरान पैर में चोट लगी। लेकिन हम सभी से शांति बनाये रखने का अपील करते हैं।
अफवाहों पर भरोसा न करें। कानून व्यवस्था को बिगाड़ें नहीं और पुलिस का सहयोग करें। हम कानूनी कार्यवाही कर रहे है। वहीं नागपुर पुलिस ने कहा है कि महल इलाके में पथराव और आगजनी की घटना के बाद नागपुर पुलिस ने शहर में निषेधाज्ञा जारी कर दी है। अभी तक 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस अपराधियों की पहचान करने के लिये सीसीटीवी फुटेज और उनके पास मौजूद दूसरे वीडियो क्लिप खंगाल रही है। एफआईआर की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस ने शहर में शांति बनाये रखने और नागपुर में कानून-व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग करने की अपील भी की है।
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग के बाद संभाजीनगर में बढ़ाई गई सुरक्षा
महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर जिले में मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र को हटाने की दक्षिणपंथी समूहों की धमकी के बीच उसके आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस ने आगंतुकों के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है और पर्यटकों से पहचान संबंधी दस्तावेज मांगे हैं. विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को कब्र हटाने के लिए ज्ञापन सौंपे जाने के बाद पुलिस ने खुल्ताबाद शहर के प्रवेश द्वार से लेकर कब्र स्थल तक के मार्ग पर कई सुरक्षा चौकियां स्थापित की हैं.