पाकिस्तान के पूर्व PM नवाज शरीफ को 10 साल, बेटी मरियम को 7 साल की सजा, दोनों बेटे भगोड़ा घोषित

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को आम चुनाव से पहले झटका लगा है. एवनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में नवाज शरीफ को पाकिस्तानी कोर्ट ने दस साल की सजा सुनाई है, जबकि उनकी बेटी मरियम शरीफ को सात साल की सजा सुनाई है. कोर्ट ने एवेनफील्ड भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ पर करीब 73 करोड़ और मरियम पर 18 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया है.

यही नहीं, कोर्ट ने नवाज शरीफ के दोनों बेटों हुसैन और हसन को भगोड़ा घोषित कर दिया है. उनके खिलाफ आजीवन अरेस्ट वॉरेंट जारी किया गया है.

इससे पहले पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री को जवाबदेही अदालत से बड़ा झटका लगा था. अदालत ने उनकी उस याचिका को खारिज कर दी थी, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के 4 मामलों में से 1 में फैसला एक हफ्ते देरी से सुनाने की अपील की थी.

कोर्ट ने नवाज शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार के तीन मामलों में से पहले अपने फैसले को आरक्षित कर दिया था. वहीं, उनकी बेटी मरियम नवाज और दामाद कैप्टन (रिटायर्ड) मोहम्मद सफदर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत भ्रष्टाचार पर निगरानी रखने वाली एजेंसी ने फाइल दायर की गई थीं. मरियम के पति कैप्टन को भ्रष्टाचार मामले में एक साल की सजा सुनाई गई है.

अदालत के इस फैसले के बाद इस्लामाबाद में तनाव का माहौल है. पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' के मुताबिक, शहर में धारा 144 लगा दी गई है. इलाके में कैपिटल फोर्स और रेंजर्स की तैनाती की गई है.

कोर्ट के इस फैसले के बाद मरियम नवाज अब चुनाव भी नहीं लड़ पाएगी, जो पीएमएल-एन के टिकट से एनए-127 संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रही थी

उधर, नवाज शरीफ के और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) नेता शहबाज शरीफ ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानने से इनकार कर दिया है. शहबाज का कहना है कि उनके भाई नवाज शरीफ पर जो भी आरोप लगाए गए हैं, वो बेबुनियाद हैं. शहबाज शरीफ ने कहा कि न्याय के लिए वो हर कानूनी और संवैधानिक लड़ाई लड़ेंगे. नवाज शरीफ ने हमेशा बहादुरी से मुश्किलों का सामना किया है.