ईरान के मिसाइल हमले से इजरायल में कहां और कितना हुआ नुकसान
नई दिल्ली. मिडिल ईस्ट समय सबसे उथल-पुथल भरे दौर से गुजर रहा है। हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के खात्मे और दक्षिणी लेबनान में इजराइल के ग्राउण्ड ऑपरेशन के बाद मंगलवार आधी रात को ईरान के इजरायल पर ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं। ईरान का दावा है कि उन्होंने इजरायल पर 180 मिसाइलें दागी है। ऐसे में सवाल है कि इजरायल ने इतने बड़े हमले को नाकाम कैसे किया और जमीनी स्तर पर कितना नुकसान हुआ?
ईरान का यह हमला काफी स्ट्रैटेजिक था। ईरान ने तेल अवीव में इजरायल के 3 मिलिट्री बेस और खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर को निशाना बनाकर मिसाइलें दागी थी। इजरायल के नेवातिम, हेटजिरिम और टेल नोफ मिलिट्री बेस पर मिसाइलें दागी गयी। टेलनोफ और नेवाटिम इजरायली सेना आईडीएफ के सबसे एडवांस मिलिट्री बेस है।
जहां मिली जगह, वहां छिपे इजरायली नागरिक
ईरान के हमले मुख्यतौर पर जेरूशलम और तेलअवीव को निशाना बनाकर किये गये है। इन हमलों के बीच इजरायल में रातभर सायरन बजते रहे। तेल अवीव में सायरन बजते ही लोगों को जहां मौका मिला, वहां शरण लेते हुए दिखाई दिये। सायरन बजते ही तेल अवीव में एक ब्रिज के नीचे इजरायली नागरिकों ने शरण ली। इजरायल में जगह-जगह बॉम्ब शेल्टर्स और बंकर्स बने हुए हैं। जहां बड़े पैमाने पर लोगों ने शरण ली। ईरान का कहना है कि अगर इजरायल इस हमले का जबाव देता है तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा। इस दौरान ईरान ने बुधवार तक कई फ्लाइट्स रद्द कर दी है।
अमेरिका और अन्य मित्र देशों ने किया क्या?
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायल में मौजूद अमेरिकी सेनाओं को यहूदी राष्ट्र की रक्षा के तत्काल आदेश दिये। जिसके बाद अमेरिकी सेनाओं ने कई ईरानी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया। पेंटागन प्रवक्ता ने बताया कि अमेरिकी नेवी विध्वंसकों ने इजराइल की तरफ दांगी गयी कई मिसाइलों को मार गिराया।