बाल संप्रेक्षण गृह से नाबालिग फरार को धौलपुर स्थित मामा के घर से पुलिस ने दबोचा

ग्वालियर. बाल संप्रेक्षण गृह से 3 दिन पहले दीवार फांदकर भागा नाबालिग आरोपी को पुलिस अंततः पकड़ ही लिया हे। गोला का मंदिर थाना पुलिस ने धौलपुर से दबोचा है। वहां वह अपने मामा के घर में छिपा हुआथा। पुलिस को मुरैना से उसका अहम सुराग हाथ लगा और पुलिस उसे उस वक्त दबोचा ज बवह रात को खाना खाने के बाद घर के बाहर टहल रहा था। नाबालिग आरोपी गोला का मंदिर में एक रेस्टारेंट के बाहर फिल्मी स्टाइल में गोलियां चलाने पर हत्या के प्रयास के मामले में नामजद हुआ था। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है।
सीएसपी मुरार राजीव जंगले ने बताया है कि 2 दिन पहले स्थित बाल सुधार गृह से एक बाल अपचारी भाग गया था। इसका पता चलते ही पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों की जानकारी जुटाइ्र। लेकिन उसका पता नहीं चल सका। इसके बाद पुलिस ने उसके कुछ खास दोस्तो को टटोला तो पता लगा कि घटना को अंजाम देने के बाद बाल अपचारी पूर्णिमा से एक दिन पहले गोवर्धन परिक्रमा करने गया था। वहां से वापिस लौटते वक्त धौलपुर में अपने मामा के यहां रूक गया था। इ सका पता चलते ही गोला का मंदिर पुलिस का उसे पकड़ने का टॉस्क दिया गया। जिस पर टीआई गोला का मंदिर राजकुमार शर्मा ने टीम बनाकर नाबालिग आरोपी की घेराबंदी के लिये भेजा गया।
क्या है मामला
सीएसपी मुरार राजीव जंगले ने बताया कि दो दिन पहले थाटीपुर स्थित बाल सुधार गृह से एक बाल अपचारी भाग गया था। इसका पता चलते ही पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस ने उसके रिश्तेदारों की जानकारी जुटाई, लेकिन उसका पता नहीं चला। इसके बाद पुलिस ने उसके कुछ खास दोस्तों को टटोला तो पता लगा कि वारदात से पहले बाल अपचारी पूर्णिमा से एक दिन पहले गोवर्धन परिक्रमा करने गया था। वहां से वापस लौटते समय वह धौलपुर में अपने मामा के यहां रुक गया था। इसका पता चलते ही गोला का मंदिर थान पुलिस को उसे पकड़ने का टास्क दिया, जिस पर थाना प्रभारी गोला का मंदिर राजकुमार शर्मा टीमें बनाकर नाबालिग आरोपी की घेराबंदी के लिए निर्देशित किया।
फिल्मी अंदाज में चलाई थी गोलियां
बाल संप्रेक्षण गृह से जो आरोपी भागा था उसने 40 दिन पहले 12 जून की रात को गोला का मंदिर टीलोंजी रेस्टोरेंट में सिर्फ सिगरेट पीने से रोकने पर विवाद करते हुए अपने साथियों के साथ फिल्मी अंदाज में गोलियां दागी थी, पर रेस्टारेंट मैनेजर ने नीचे झुक कर अपनी जान बचाई थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। इस मामले में नाबालिग आरोपी और उसके बालिग साथ को पुलिस ने पकड़ा था। नाबालिग होने पर मुख्य आरोपी को किशोर न्यायालय में पेश किया गया था। वहां से उसे सुधारने केलिये बाल संप्रेक्षण गृह पहुंचा दिया गया था।