93 साल बाद नवंबर में 24 घंटे में 58.1 मिमी बारिश; बादलों के बीच छुपा रहा सूरज, दूसरे दिन भी नहीं खिली धूप
दीवाली के दूसरे दिन जितना पानी बरसा है, ऐसी बेमौसम बारिश नवंबर में 93 साल बाद हुई है। दो दिन से बादल छाए रहने के कारण सोमवार को भी धूप नहीं निकली। दीवाली के दिन इंद्रदेव की मेहरबानी से 24 घंटे के दौरान 58.1 मिमी बारिश हुई। इससे पहले 11 नवंबर को 55.1 मिमी बारिश 41 साल पहले 29 नवंबर 1979 को हुई थी। इस रिकॉर्ड को बारिश ने बीती रात ही तोड़ दिया। बेमौसम बारिश जितनी हुई, उतनी तो मानसून सीजन में भी 24 घंटे में नहीं हुई।
इस साल मानसून सीजन में 24 घंटे में 50.4 मिमी बारिश 3 सितंबर को हुई थी। यह इस साल के मानसून सीजन की एक दिन की सबसे अधिक बारिश थी। शहर में 24 घंटे के दौरान 58.1 मिमी बारिश हुई। इतनी बारिश एक दिन में इससे पहले 93 साल पहले 4 नवंबर 1927 को हुई थी। इस तारीख को 24 घंटे में 65.5 मिमी बारिश हुई थी। 93 साल बाद नवंबर में ऐसा मौका आया है जब एक दिन में इतनी बारिश हुई है। हालांकि इस तरह की बारिश को खेती के लिए कृषि विशेषज्ञ डॉ. राजसिंह कुशवाह फायदेमंद बता रहे हैं।
अभी और आएगी बारिश
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह का कहना है कि नया पश्चिमी विक्षोभ मंगलवार से फिर से सक्रिय हो रहा है। इससे बादल छाए रहेंगे। 22 से 24 नवंबर के बीच अंचल में फिर से बारिश की संभावना है। इसके बाद रात के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी, यानी दिसंबर की शुरुआत से ही कड़ाके की सर्दी की शुरुआत हो जाएगी।
25 से 30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली तेज हवा
बीती रात को बिजली कड़कने के साथ 25-30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चली, इससे हरीशंकरपुरम में जैन मंदिर वाली गली में एक पेड़ बाउंड्रीवॉल को तोड़ते हुए कार पर आ गिरा। इस दौरान बिजली के तार भी टूट गए। हरीशंकरपुरम निवासी बृजेश मित्तल का कहना था कि हवा तेज होने के कारण पेड़ गिर गया, जिससे उनकी कार दब गई।
5 डिग्री लुढ़का दिन का पारा, रात में 2.40 बढ़ा
अंचल में दो दिन से बादल डेरा जमाए हुए हैं। सोमवार को दिन में बारिश तो नहीं हुई। लेकिन पूरे दिन सूरज बादलों के बीच छिपा रहा। दिन का पारा सामान्य से 5.5 डिग्री नीचे पहुंचने से सर्दी की शुरुआत हो गई है। पिछले दिन की तुलना में अधिकतम तापमान 5 डिग्री गिरावट के साथ 24.4 डिग्री एवं न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री बढ़त के साथ 17.5 डिग्री दर्ज किया गया।
बे-मौसम बरसात से तिघरा में बढ़ा 10 दिन का पानी, ककैटो-पेहसारी नहर बंद
ग्वालियर| बे-मौसम बरसात से तिघरा बांध का जलस्तर रविवार को 733.05 से बढ़कर 733.40 फीट पर पहुंच गया। तिघरा में बढ़े इस पानी से शहर में करीब 10 दिन तक सप्लाई की जा सकती है। अगले दो दिन तिघरा का जलस्तर इसी लेवल पर स्थिर रहेगा। ककैटो व पेहसारी बांध में भी लगभग 15 दिन का पानी बढ़ गया। रविवार को दोपहर से रात तक रुक रुककर हुई बरसात से तिघरा बांध में 70 एमसीएफटी पानी बढ़ गया।
मंगलवार व बुधवार को भी बांध का लेवल शहर में पानी सप्लाई के बाद भी स्थिर रहने की संभावना है। उधर, पेहसारी नहर को रविवार को ही खुरावली क्षेत्र में 200 बीघा भूमि की सिंचाई के लिए खोला गया था और ककैटो नहर से मोहना क्षेत्र में 500 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की जा रही थी। लेकिन अब मंगलवार को सुबह दोनों नहर बंद कर दी जाएगी।