गोली मारने के बाद कैमरों को चकमा देने के लिए तीन बार बदले कपड़े, मास्क सरका तो पकड़े गए
29 अक्टूबर को सुबह 11:45 बजे शाहजहांनाबाद निवासी हाॅफिज खान को गोली मारकर भागे बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ गए। आरोपियों ने वारदात को तब अंजाम दिया जब वो गाड़ी सुधार रहे थे। आखिरकार, भोपाल आई से जु़ड़े 100 सीसीटीवी कैमरों की मदद से पुलिस बदमाशों तक पहुंच ही गई। अपनी पहचान छिपाने के लिए आरोपी बैग में कपड़े साथ लेकर चला था। रास्ते में उसने तीन बार कपड़े भी बदले, लेकिन इकबाल मैदान पर मास्क हटाया और यहीं लगे कैमरे में चेहरा कैद हो गया।
पुलिस ने आरोपी नफीस खान को गिरफ्तार किया। उसने कबूल किया कि उसने ही अहाता रुस्तम खां, निवासी अब्दुल अयान के साथ हाफिज पर गोली चलाई थी। उसने यह भी बताया कि उसे सिविल कांट्रेक्टर इनामउल्ला सिद्दीकी ने 55 हजार रुपए की सुपारी दी थी।
ऐसे जुड़ते गए तार... और ये तीन हुए गिरफ्तार
पुलिस ने इस रूट मैप के साढ़े तीन किमी. के रूट पर लगभग 100 सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे। फुटेज में बाइक पर पीछे बैठा युवक तीन बार अलग-अलग ड्रेस में दिखा। चेहरा छिपा रहे इसके लिए आरोपियों ने मास्क लगा रखा था। रास्ते में टोपी भी पहनी। हालांकि इससे पुलिस को आरोपियों का रूट पकड़ने में दिक्कत हो रही थी। लेकिन सभी जगह लाल बाइक व आरोपियों के एक ही जूते नजर आ रहे थे। इकबाल मैदान के पास कुछ सेकंड लिए आरोपी का मास्क हटा तो चेहरा सीसीटीवी में कैद हो गया। इसी फुटेज ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचा दिया।
यह था मामला
थाना प्रभारी शाहजहांनाबाद जहीर खान के मुताबिक मैकेनिक हाफिज के घर इनामउल्ला सिद्दीकी का सात-आठ साल से आना-जाना था। इस दौरान इनामउल्ला उनके घर का खर्च उठाने लगा। लेकिन कुछ समय पहले हाफिज ने उसे घर आने के लिए मना कर दिया और रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी दी। जब इनामउल्ला ने हाफिज से उसके परिवार पर खर्च किए 5 से 7 लाख रुपए वापस मांगे तो उसने रुपए देने से इनकार कर दिया था। इससे नाराज होकर इनामउल्ला ने यह प्लान तैयार किया। इस मामले में उसका नाम न आए इसलिए घटना वाले दिन वह बीना चला गया था।