बिजली कॉल सेंटर : देर रात नहीं उठता कॉल उपभोक्ता होते हैं परेशान
ग्वालियर। मध्यप्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जहां अपना कॉल सेंटर भोपाल में बनाकर बिजली उपभोक्ताओं की समस्या को जल्द निराकरण का सपना दिखाया हो , लेकिन हकीकत उससे उलट है और ना तो दिन में और ना ही देररात में कॉल सेंंटर पर कॉल उठता नहीं यदि धोखे से उठ भी जाए तो कॉल सेंटर का प्रतिनिधि कॉल स्लो होना कहकर टाल देता है।
बिजली विभाग भले ही उपभोक्ता को लुभाने के लिए कॉल सेंटर को भोपाल करने से खुश हो लेकिन हकीकत उससे उलट है। कॉल सेंटर के लिए बिजली विभाग की कोई मॉनीटरिंग नहीं है। और ना ही बिजली विभाग का कोई अधिकारी ऐसा नियुक्त है नहीं है जो दिन में या रात में कॉल सेंंटर की मॉनीटरिंग करे। ऐसे में कॉल सेंटर संचालक अपनी मन मर्जी से काम करता ही है। या यूं समझें कहावत से कि सैंया भये कोतवाल तो फिर काहे का डर । सूत्रों के अनुसार गत २२ मई की रात को रात साढे बारह बजे से कॉल लगाने के बाद रात को लगभग सवा दो बजे कॉल सेंटर पर कॉल अटेंड हुआ और उससे पहले उपभोक्ता स्वयं बिजली कार्यालय पहुंच गया और वहां से वाहन लेकर बिजली ठीक कराने के लिए जाने लगा। ऐसे में कॉल सेंटर की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान खडा होता है। कॉल सेंटर ने उसी दिन देर रात को चार बजे कॉल सही होने के लिए कॉल किया लेकिन कॉल नहीं उठा और सुबह दस बजे जब कॉल सेंटर पर बात हुई तो यही शिकायत की कि रात को कॉल नहीं उठता लेकिन कॉल सेंटर के प्रतिनिधि ने उपभोक्ता से कोई बात का जबाब नहीं दिया। अब प्रश्न उठता है कि कॉल सेंटर पर लगातार कॉल का पैसा कटवाऐं और कॉल नहीं उठे तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। अब देखना है कि कॉल सेंटर पर बिजली विभाग के अधिकारी कोई मॉनीटरिंग करेंगे या फिर ढरें पर ऐसे ही चलता रहेगा इसका इंतजार रहेगा।