पर्यटक बढ़ाने के लिये नये स्वरूप में नजर आयेगा गूजरी महल और भीमसिंह राणा पर जाने के लिये बनेगा पाथवे

ग्वालियर. संस्कृति विभाग के अधीन आने वाले पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय की ओर से ग्वालियर किले को संवारेगा। इसके तहत करीब 1 करोड़ रूपये की राशि से किले की ऐतिहासिक 2 विरासत का जीर्णोद्वार किया जायेगा। इसमें गूजरी महल संग्रहालय और भीमसिंह राणा की छतरी को शामिल किया गया है।
संस्कृति विभाग की ओर से ग्वालियर किले का कंजर्वेशन जारी है। यहां धरोहर का केमीकल ट्रीटमेंट किया जायेगा। बल्कि सैलानियों की सुगमता के लिये पाथवे का भी निर्माण होगा। भीमसिंह राणा की छत्री परिसर से बावड़ी तक पाथवे बनाया जा रहा है। इस कार्य पर कुल 60 लाख रूपये का खर्च किया जायेगा। पाथवे न होने से कुछ सैलानी भीमसिंह राणा की छतरी बिना ही देखे लौट आते थे।
गूजरीमहल नजर आयेगा नये स्वरूप में
उपसंचालक पीसी महोबिया ने बताया कि राशि से पहले गूजरी महल का भी केमीकल ट्रीटमेंट कार्य किया जायेगा। एक बार इसके टेंडर हो चुके है। लेकिन उसे किन्ही वजहों से निरस्त कर दिया, एक बार फिर से इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जायेगा। गूजरी महल की चमक बढ़ाने के लिये 32 लाख रूपये खर्च किये जायेंगे। ट्रीटमेंट के बाद गूजरी महल में रखी मूर्तियों को भी व्यवस्थित किया जायेगा। जिससे सैलानियों को इतिहास संबंधी जानकारी सटीक मिल पायेगी।