अपने दरकिनार-दलबदुलओं पर कृपा, वो ‘नवरत्न’, जिन्हें BJP में शामिल होने का मिला इनाम
चंडीगढ़. हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने पहली सूची (Haryana BJP List) में 67 उम्मीदवारों के नाम ऐलान किया है. भाजपा (BJP) ने पहली लिस्ट में शामिल कई नामों से सभी को चौंका दिया है, क्योंकि पार्टी ने अपने कई मौजूदा विधायकों का टिकट काटे हैं. बड़ी बात है कि पार्टी ने कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हुए चेहरों को टिकट दिया है, जिनमें कुछ तो तीन से चार दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए हैं. इस वजह से अब पार्टी में बगावत भी देखने को मिल रही है.
जानकारी के अनुसार, हाल ही में कांग्रेस, जेजेपी, इनेलो और हरियाणा जनचेतना पार्टी से भाजपा में शामिल हुए नेताओं को टिकट दी गई है. इन दलबदुलओं पर पार्टी ने कृपा दिखाई है और अपने नेताओं के टिकट काटे हैं.
भाजपा ने अपनी पहली लिस्ट में जेजेपी छोड़कर पार्टी में आए 4 विधायकों को टिकट दिया. इनमें देवेंद्र कुमार बबली, रामकुमार गौतम, पवन कुमार और संजय काबलाना शामिल हैं. बबली तो कांग्रेस पर भी डोरे डाल रहे थे. इसके अलावा, हरियाणा जनचेतना पार्टी की शक्ति रानी शर्मा, जेजेपी के रामकुमार गौतम, जेजेपी नेता संजय कबलाना, जेजेपी के अनूप धानक, जेजेपी के पवन खरखौदा और पूर्व जेल अधीक्षक सुनील सांगवान को भी टिकट मिल गया है. शक्ति रानी पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी हैं.
कांग्रेस से भाजपा में आए निखिल मदान, पूर्व सांसद श्रुति चौधरी, इनेलो के श्याम सिंह राणा को भी टिकट दिया गया है. कालका से अंबाला की मेयर और पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पत्नी शक्तिरानी शर्मा को टिकट दिया गया है. भव्य बिश्नोई भी इस लिस्ट में शामिल हैं. हालांकि, वह काफी समय पहले भाजपा में शामिल हुए थे और उनके पिता कुलदीप बिश्नोई पहले कांग्रेस में थे. श्रुति चौधरी कांग्रेस की दिगज नेता रही हैं और हाल ही में वह भाजपा में शामिल हुई हैं. भाजपा ने उन्हें राज्यसभा सांसद भी बनाया है.
भाजपा ने 9 विधायकों का काटा टिकट
भाजपा की लिस्ट में 67 नाम दिए गए हैं, इनमें से पुराने लोगों के टिकट काटे गए हैं. कुल मौजूदा 9 विधायकों को भाजपा ने टिकट नहीं दिया. इनमें पलवल से दीपक मंगला, फरीदाबाद से नरेंद्र गुप्ता, अटेली से सीताराम यादव, पिहोवा से पूर्व मंत्री संदीप सिंह गुरुग्राम से सुधीर सिंगला, बवानी खेड़ा से विशंभर वाल्मीकि, रनिया से कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला और सोहना से राज्यमंत्री संजय सिंह और रतिया से लक्ष्मण नापा के नाम शामिल हैं. लक्ष्मण मापा ने तो पार्टी भी छोड़ दी है.
दो नेताओं ने पार्टी छोड़ी
रतिया से विधायक लक्ष्मण नापा ने टिकट कटने पर भाजपा को अलविदा कह दिया है. वहीं, करनाल के इंद्री से टिकट चाह रहे कर्णदेव कंबोज ने भी पार्टी से इस्तीफा दिया है. उन्होंने पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. कंबोज 2014-19 तक खट्टर सरकार में परिवहन मंत्री रहे थे.