रेप किया, कील ठोकी और जिंदा जलाया, 3 बच्चों की मां संग कैसी हैवानियत

इम्फाल: मणिपुर के जिरीबाम जिले में गुरुवार रात संदिग्ध उग्रवादियों ने कहर तीन बच्चों की एक मां पर टूटा. उग्रवादियों ने तीन बच्चों की मां के साथ कथित तौर पर “बलात्कार कर उसे जिंदा जला दिया” और कम से कम 20 घरों में आग लगा दी. तीन बच्चों की मां की अब अटॉप्सी रिपोर्ट आई है. इस रिपोर्ट में उग्रवादियों का घिनौना सच सामने आया है.

TOI की रिपोर्ट के अनुसार अटॉप्सी रिपोर्ट में पता चला है कि पीड़िता को जीवित रहते हुए कीलों से ठोंकने और जलाने के दौरान “थर्ड-डिग्री” यातना दी गई थी. मणिपुर के जिरीबाम में 7 नवंबर को तीन बच्चों की 31 वर्षीय मां के साथ कथित तौर पर बलात्कार किए जाने और फिर हथियारबंद घुसपैठियों द्वारा उसे जलाकर मारने की घटना घटी. इसके बाद हिंसा और बढ़ गई.

अटॉप्सी रिपोर्ट में खौफनाक चीजें
जिरीबाम में दर्ज एफआईआर में उसके पति के हवाले से कहा गया है कि उसके साथ बलात्कार किया गया और फिर उसे “हमारे घर” में “बेरहमी से मार डाला गया”. उस रात ज़ैरावन में 17 घरों में लूटपाट करने और आग लगाने वाले अपराधियों के घाटी स्थित एक संगठन के सदस्य होने का संदेह है.

अटॉप्सी रिपोर्ट में “दाहिनी जांघ के पिछले हिस्से में घाव” और “बाईं जांघ के मध्य भाग में कील धंसी हुई” का उल्लेख है. शरीर 99% जला हुआ पाया गया, यहां तक कि हड्डियों के टुकड़े भी जल गए. रिपोर्ट में कहा गया है, “दाहिना ऊपरी अंग, दोनों निचले अंगों के हिस्से और चेहरे की संरचना गायब है.” अन्य विवरण बहुत ही स्पष्ट हैं, जो महिला को उस यातना और दर्द का संकेत देते हैं, जो उसे और उसके पति और बच्चों के घर को आग की लपटों में घेरने से पहले सहना पड़ा था. यह स्पष्ट नहीं है कि हमलावरों के आने पर पीड़िता का पति और बच्चे कहां थे.

फेरज़ावल और जिरीबाम की स्वदेशी जनजाति वकालत समिति ने जुड़वां आदिवासी-प्रधान जिलों के कुकी-ज़ोमी-हमार लोगों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सरकार के हस्तक्षेप का अनुरोध किया. चुराचांदपुर के आदिवासी समुदायों के एक समूह, इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने हमलावरों को गिरफ्तार न किए जाने पर और अधिक अशांति की चेतावनी दी है.