आर्यन मिश्रा के बिलखते पापा का दर्द समझिए जिसे गौ रक्षकों ने मार डाला
फरीदाबादः हरियाणा के फरीदाबाद में 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया. आर्यन को गौतस्कर समझ गौरक्षकों ने गोली मार दी. वहीं आर्यन की मौत से उसके पिता सिया नंद मिश्रा पूरी तरह टूट चुके हैं. जवान बेटे की मौत ने उन्हें झकझोर कर रखा दिया है. वो बार-बार एक ही सवाल कर रहे हैं कि जब इतनी गोलीबारी हुई तो गोली क्यों उनके बेटे को ही लगी? उन्होंने यह भी सवाल किया कि गौ-तस्करों के शक में गोली मारने का अधिकार कौन देता है? आर्यन मिश्रा के पिता ने कहा, ‘हम पंडित हैं हमारी किसी से लड़ाई झगड़ा नहीं है. हम परदेसी हैं और कमाने-खाने वाले हैं.’
गौतस्कर समझ गौरक्षकों ने की थी फायरिंग
दरअसल, 23 अगस्त की रात को गौरक्षकों ने जिस कार में आर्यन अपने दोस्तों के साथ बैठा था, उसे गौतस्करों की कार समझकर फायरिंग कर दी. आर्यन ड्राइविंग सीट के बगल में बैठा हुआ था. इस दौरान गोली आर्यन के कान के पास गर्दन में जा लगी. यही नहीं जैसे ही कार रुक गौरक्षकों ने एक और गोली आर्यन के सीने में दाग दी.
पुलिस ने पांच आरोपियों को किया गिरफ्तार
दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे पर गदपुरी के पास 12वीं के छात्र आर्यन मिश्रा की हत्या के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान अनिल, किशन, वरुण आदेश और सौरव के रूप में हुई है. इन आरोपियों को गौरक्षक बताया जा रहा है, जिन्होंने आर्यन और उसकी कार में बैठे अन्य परिचितों को पशु तस्कर समझकर हाईवे पर लगभग 30 किलोमीटर तक उनका पीछा किया और फायरिंग की.
मुखबिर से गौरक्षकों को मिली थी सूचना
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपियों को एक मुखबिर से सूचना मिली थी कि डस्टर और फॉर्च्यूनर कार सवार कुछ पशु तस्कर शहर में सक्रिय हैं. इन्हें लगा कि ये लोग पशु तस्करी के लिए कंटेनर लाने की योजना बना रहे हैं. जब आरोपियों ने पटेल चौक पर एक डस्टर कार देखी, उन्होंने कार चालक को रोकने की कोशिश की. कार चालक हर्षित ने आरोपियों को पहचानकर कार की रफ्तार बढ़ा दी, जिससे आरोपियों ने पीछा किया और कार पर फायरिंग शुरू कर दी.
गौरक्षकों ने आर्यन के सीने में दाग दी गोली
गदपुरी टोल प्लाजा पर आरोपियों ने कार के पीछे से गोली चलाई, जो आर्यन मिश्रा के कान के पास गर्दन में लगी. इसके बाद, एक और गोली आर्यन के सीने में मारी गई, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी अवैध हथियार का इस्तेमाल कर रहे थे. पुलिस ने शुक्रवार को आरोपियों को अदालत में पेश किया और दो दिन की रिमांड पर लेकर उनसे पूछताछ शुरू की. पुलिस अब पीड़ित परिवार से आरोपियों की पहचान कराने की प्रक्रिया में जुटी है.
पुलिस ने हथियार और गाड़ी भी बरामद किया
पुलिस इस मामले की विभिन्न पहलुओं से जांच कर रही है. एसीपी क्राइम ब्रांच अमन यादव ने बताया कि 24 अगस्त की रात को हाईवे पर आर्यन नाम एक युवक की मौत हुई थी. इसी संदर्भ में जिले में कमिश्नर द्वारा कई टीमों को इस मामले की जांच करने के लिए लगाया गया था. घटना के पांच दिन बाद क्राइम ब्रांच की एक टीम को कामयाबी मिली जिसमें पांच आरोपियों को पकड़ा गया. आरोपियों के नाम अनिल, किशन, वरुण, आदेश और सौरव हैं. सभी को मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। इसके अलावा पुलिस ने घटना में इस्तेमाल गाड़ी और हथियार भी बरामद कर लिया है.