कोलकाता कांड: CBI ने आरजी कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को क्यों किया अरेस्ट
कोलकाता: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने सोमवार को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को संस्थान में वित्तीय भ्रष्टाचार में कथित संलिप्तता के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. संदीप घोष की गिरफ्तारी के एक घंटे के भीतर ही CBI अधिकारियों ने उनके सुरक्षा गार्ड और दो वेंडर को हिरासत में ले लिया. जो उस अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति करते थे, जहां 9 अगस्त को एक लेडी ट्रेनी डॉक्टर का शव मिला था, जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार द्वारा गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में संदीप घोष का सुरक्षा गार्ड अफसर अली खान और अस्पताल के दो विक्रेता बिप्लव सिंहा और सुमन हाजरा शामिल हैं. 23 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच राज्य द्वारा गठित विशेष जांच दल (SIT) से CBI को सौंपने का आदेश दिया था.
कैसे गिरफ्तारी तक पहुंची बात?
यह निर्देश संस्थान के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली की याचिका के जवाब में आया, जिन्होंने संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान राज्य संचालित संस्थान में कथित वित्तीय भ्रष्टाचार के कई मामलों की प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने की मांग की थी. 9 अगस्त को आरजी कर अस्पताल में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ कथित बलात्कार और हत्या के मामले में संदीप घोष से सीबीआई के साल्ट लेक कार्यालय में 15वें दिन भी पूछताछ की गई. बाद में उन्हें कोलकाता में CBI के निजाम पैलेस कार्यालय ले जाया गया, जहां एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा स्थित है और उन्हें गिरफ्तार दिखाया गया.