टीआई की पत्नी का ढाबा -वन विभाग की जमीन पर बने ढाबे को हटाया, अतिक्रमणकारियों ने किया हंगामा

ग्वालियर. वन विभाग को अपनी ही जमीन से अतिक्रमण हटवाने में पूरे 5 वर्ष बीत गये। घाटीगांव सं नेशनल हाइवे के नजदीक रेंहट वनवीट के पास 2 बीघा 5 बिस्वा जमीन पर पहले लोगों ने कब्जा किया और इसके बाद निर्माण होता रहा तब वन विभाग के अधिकारियों को पता नहीं चला। इस अतिक्रमण की शिकायत जब डीएफओत क पहुंची तो उन्हें भी शासकीय जमीन से ढाबा हटवाने में करीब 5 वर्ष का समय लग गया। रविवार को जंगल की 2 बीघा 5 बिस्वा जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करने वन विभाग की टीम के साथ जिला और पुलिस प्रशासन पहुंचा।
यहां पर जेसीबी की मदद से जंगल की भूमि पर बने ढाबा को हटाने की कार्यवाही के दौरान ढाबा चलाने वाला बचाव में सामने आ गये। इन्होंने शासकीय कर्मचारियों के साथ भी अभद्रता की। वह तुड़ाई के दौरान ढाबा के भीतर पहुंच गये। इस वजह से कार्यवाही को कुछ देर के लिये कार्यवाही को रोकना पड़ा। हालांकि बाद में ढाबा को जेसीबी से हटा दिया गया है।
वन विभाग की इस भूमि पर प्रियंका शर्मा ने अतिक्रमण कर लिया था। वह टीआई विनय शर्मा की पत्नी हैं। पिछले दिनों सीएम के पास पहुंची शिकायत के बाद वन अफसर एक्शन में आए और रविवार को कार्रवाई करने पहुंचे। दौरार ग्राम के नजदीक दो बीघा जमीन पर प्रियंका शर्मा ने कब्जा था। इस दौरान जिन लोगों ने अतिक्रमण हटाने के दौरान उत्पाद मचाया उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
2019 से अतिक्रमण हटाने की चल रही है प्रक्रिया
वर्ष 2019 को अतिक्रमण की शिकायत के बाद से डीएफओ निरंतर इसे हटवाने का प्रयास कर रहे थे। प्रियंका शर्मा इस मामले को कोर्ट में ले गई, ताकि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रुक सके। कोर्ट से उनको राहत नहीं मिली। इसके बाद डीएफओ अंकित पांडेय ने 2 अगस्त को मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी शुभरंजन जैन को पत्र लिखा था। वहां से 9 अगस्त को उक्त क्षेत्र को मुक्त कराने के आदेश आते ही एसडीओ मनोज कुमार जाटव और रेंजरों को पहुंचाकर अतिक्रमण हटवाया।