बलिया अवैध वसूली कांड: चेक पोस्ट से हर दिन 5 लाख की उगाही

बलिया. यूपी का बलिया जिला इन दिनों अवैध वसूली के खेल के लिए सुर्ख़ियों में हैं. यूपी-बिहार बॉर्डर पर बने भरौली चेक पोस्ट पर ट्रकों से अवैध वसूली का खेल खुल्लमखुल्ला चल रहा था. बुधवार रात जब एडीजी और डीआईजी ने संयुक्त रूप से रेड मारी तो दो पुलिसकर्मियों को मौके से गिरफ्तार किया गया. इतना ही नहीं 16 विचौलिये भी पकड़े गए जो पुलिस के लिए धन उगाही का काम कर रहे थे. इसके बाद जो खुलासा हुआ तो सभी सन्न रह गए. पता चल इस गोरखधंधे में पूरा नही थाना ही संलिप्त था. नरही थाना अंतर्गत पड़ने वाली कोरंटाडीह पुलिस चौकी को ही सस्पेंड कर दिया गया.

मामला सामने आने के बाद योगी सरकार ने एसपी और एडिशनल एसपी को हटाते हुए वेटिंग में डाल दिया जबकि सीओ को सस्पेंड कर दिया गया है. इसके अलावा सीओ, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की विजिलेंस जांच के भी आदेश दिए गए हैं. दरअसल, चेक पोस्ट पर पुलिसकर्मियों द्वारा अवैध वसूली की लगातार शिकायत मिल रही थी. जिसके बाद उच्च अधिकारीयों की तरफ से ADG और DIG को इसकी जांच सौंपी गई. जब छापा मारा गया तो मौके साढ़े 37 हजार रुपए, 14 बाइक और 25 मोबाइल बरामद हुए. दो पुलिसकर्मियों को मौके से गिरफ्तार किया गया जबकि तीन भाग निकले. 16 दलालों को भी पकड़ा गया है.

ऐसे होता था वसूली का खेल 
भरौली चेक पोस्ट गंगा नदी के पल पर बना है. यहां से यूपी और बिहार ट्रकों का आना जाना होता है. इन ट्रकों के माध्यम से शराब, पशु और लाल बालू की तस्करी होती है. मौके से गिरफ्तार कांस्टेबल हरदयाल सिंह ने बताया कि हर दिन रत में इस चेक पोस्ट से करीब 1000 ट्रक गुजरते हैं. प्रति ट्रक 500 रुपए वसूले जाते हैं. यानी एक दिन में 5 लाख रूपये की उगाही की जा रही थी. यानी महीने की कमाई डेढ़ करोड़ रुपए थी. पुलिसकर्मी अपने लोगों को दलाल बनकर यह उगाही कर रहे थे.

छापे में सच मिली शिकायत
शिकायत के आधार पर ही DIG आजमगढ़ वैभव कृष्ण और ADG वाराणसी जोन पीयूष मोर्डिया ने सिविल ड्रेस में चल पोस्ट पर छपा मारा. दो पुलिसकर्मी भाग निकले, लेकिन दो पकड़े गए. साथ ही 16 दलाल भी गिरफ्तार हुए. मौके से वसूली गई रकम भी मिली. जिसके बाद दोनों अधिकारी टीम के साथ कोरंटाडीह पुलिस चौकी पहुंचे, वहां भी वसूली हो रही थी. जो शिकायत मिली थी वह सच दिख रही थी, इसके बाद वे नही थाने पहुंचे, वहां भी वही नजारा था. अधिकारियों को देख थाने में हड़कंप मच गया. थानाध्यक्ष पन्ने लाल तो दीवार फांदकर फरार हो गए. DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि नरही थानाध्यक्ष पन्ने लाल के साथ ही थाने की कोरंटाडीह पुलिस चौकी के प्रभारी समेत वहां तैनात सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

डेढ़ करोड़ की उगाही और एसपी को पता ही नहीं 
महीने का डेढ़ करोड़ रुपया एक थानाध्यक्ष उगाही कर रहा था और जिले के एसपी को इसकी भनक तक नहीं थी. दलाल गाड़ियों की संख्या गिनकर उसके हिसाब से पैसा थानाध्यक्ष नरही को देते थे. सारा हिसाब नोट बुक में दर्ज किया जाता था. यहां सवाल यह उठ रहा है कि क्या थानाध्यक्ष पूरी रकम खुद डकार जा रहा था. आखिर जा कहां रही थी इतनी बड़ी रकम. थानाध्यक्ष अकेले खा रहा था या ऊपर भी पहुंचाई जा रही थी, यह जांच का विषय है.