लोको ड्राइवरों ने भूखे पेट चलाई ट्रेन,19 तक उपवास पर
सातवें वेतनमान के तहत माइलेज रेट नहीं मिलने से है नाराज
ग्वालियर। घर से डयूटी के लिए निकले लोको पायलट आज बगैर लंच बॉक्स के स्टेशन पहुंचे। अब अगले चौबीस घंटे सभी ड्रायवर भूखे रहकर ही ट्रेन चलाएंगे और कल दोपहर को ही अपना अनशन तोड़ेंगे। अपनी मांगों को लेकर नाराज लोको पायलट पूरे देश में इसी तरह से विरोध जता रहे हें। दरअसल, सातवें वेतनमान के अनुसार माइलेज रेट नहीं दिए जाने से परेशान रेलवे लॉको रनिंग स्टाफ आज से 48 तक घंटे हंगर स्ट्राइक (भूखे रहकर गाड़ी का संचालन) कर रहे है।
े इस आंदोलन के बारे में ड्राइवरों का कहना है कि मायलेज का निर्धारण पेय कमीशन 2016 में पास कर दिया गया था, जिसके बाद से रनिंग स्टाफ को इस हिसाब से ही वेतन दिया जाना चाहिए था। उन्होंने बताया कि देश के साढ़े 17 लाख लोको पायलट, सहायक लोको पायलट और गार्ड मायलेज से अछूते हैं। वे बताते हैं कि रेलवे के अन्य विभागों में 7वें वेतनमान का निर्धारण कर दिया गया है, लेकिन लोको पायलट, सहायक पायलट सहित रनिंग रूम व लॉबी में आने वाले विभाग के अधिकारी कर्मचारियों के लिए इसका निर्धारण नहीं किया गया। इसलिए एसोसिएशन के आव्हान पर आज से 19 जुलाई तक अधिकारी कर्मचारी भूखे पेट ट्रेनों का संचालन करेंगे। लोको पायलटों ने बताया कि माइलेज भत्ता के रूप में वर्तमान में 100 किमी पर 255 रुपए मिलता है । 7वें वेतनमान के बाद यह राशि बढ़कर 930 रुपए हो जाएगी। लेकिन पे माइलेज नहीं बढ़ाया जा रहा है।