किसानों की आमदनी बढऩे से होगी देश की तरक्की

प्रधानमंत्री से देश के किसानों की वीडियो कांन्फ्रे सिंग पर चर्चा का प्रसारण
ग्वालियर। भारत की अर्थव्यवस्था कृषि प्रधान है और कृषि क्षेत्र भारत की नींव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में ऐसी अधोसंरचना बनाई जा रही है जिससे देश के किसानों की आय 2022 तक दुगुनी हो सके। किसानों की आमदनी बढऩे से ही खेती का विस्तार होगा जिससे भारत और उसके करोड़ों किसानों की तेजी से तरक्की हो सकेगी
कृषि विज्ञान केन्द्र में किसानों को संबोधित करते हुए यह बात राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. के. राव ने कही। कार्यक्रम में किसानों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं देश भर के प्रगतिशील कृषकों से वीडियो कॉन्फं्रेसिंग पर चर्चा का सजीव प्रसारण दिखाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. जे. एस. रघुवंशी ने की एवं विशिष्ट अतिथि के रुप में संयुक्त संचालक निदेशालय, विस्तार सेवाएं, डॉ. यू. एस. भदौरिया उपथित थे। कार्यक्रम में जिले के विभिन्न गांवों से आए महिला और पुरुष किसानों ने कुलपति प्रो. राव को बताया कि उन्होंने खेती को लाभ का धंधा बनाने क्या बदलाव किया है और उन्हें इसके क्या क्या लाभ मिलेे हैं। जिले के ये 5 प्रगतिशील किसान वीडियो कॉन्फं्सिंग पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सीधी चर्चा के लिए चयनित किए गए थे। आज चर्चा के सजीव प्रसारण के बाद इन प्रगतिशील किसानों की प्रशंसा करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. राव ने कहा कि लागत कम करने, उत्पादन बढ़ाने और आमदनी को दुगुना करना सरकार का लक्ष्य है। इसके लिए सभी किसान मिट्टी परीक्षण, सही बीज चयन, सिंचाई की बेहतर प्रणाली से फ सल उगाकर उसे सही दामों में बेचने का मार्गदर्शन कृषि विज्ञान केन्द्र से लें।
उन्होंने कहा कि भावातंर योजना से मिले किसानों को लाभ के बाद इसे केन्द्र ने देश भर में लागू करने पर विचार किया गया है। किसानों को गांव में सभी जरुरी सुविधाएं देकर गांव में खेती संबंधी रोजगार पैदा करना सरकार का लक्ष्य है। अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय, ग्वालियर डॉ. जे. एस. रघुवंशी ने किसानों को नई तकनीक एवं वैज्ञानिक सलाह का उपयोग कर खेती में लाभ लेने की बात कही। डॉ. यू. पी. एस. भदौरिया ने कि कृषि विश्वविद्यालय अंतर्गत झाबुआ सहित मप्र के किसानों ने देश भर में नाम कमाया है। हमें आमदनी बढ़ाने के उनके अपनाए गए उपाय अपनाने होंगे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रवीण सिंह गुर्जर ने किया एवं आभार कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजसिंह कुशवाह ने जताया। इस अवसर पर डॉ. एस. के सिंह. डॉ. सुरुचि सोनी सहित कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकगण एवं जिले के अनेक किसान मौजूद थे।