वार्ड 22(सी) का खिताब पर कब्जा, अमरदीप मैन आॅफ द सीरिज

ग्वालियर। ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्रिकेट कप 2018 का समापन बीती रात केबिनेट मंत्री रूस्तम सिंह के मुख्य आतिथ्य में हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता महापौर विवेक शेजवलकर ने की तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार (नीटू) मौजूद रहे। वार्ड क्रमांक 21(ए) एवं वार्ड क्रमांक 22(सी) के बीच फाइनल मैच खेला गया। पहले बल्लेबाजी करते हुये वार्ड क्रमांक 21(ए) ने दस विकेट के नुकसान पर 56 रन बनाये। लक्ष्य का पीछा करने उतरी वार्ड क्रमांक 22(सी) ने नौ ओबर तीन बाॅल मे 4 विकेट खोकर जीत दर्ज की।
इससे पहले स्वागत भाषण देते हुये न्यास के अध्यक्ष, भाजपा नेता एवं पार्षद डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार ने आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस आयोजन मे ग्वालियर पूर्व विधानसभा की सभी वार्डो से कुल 134 टीमों ने भाग लिया और सभी टीमों को किट के अलावा ड्रेस व अन्य पुरस्कार दिए गए। उन्होंने कहा कि अगले साल इस टूर्नामेन्ट को और भव्य बनाया जाएगा। यह टूर्नामेन्ट पूरी तरह से निःशुल्क था। अतिथियों का स्वागत पुष्पहार पहनाकर डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार ने कर स्मृति चिन्ह प्रदान किये।
ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्रिकेट टूर्नामेन्ट में विजेता टीम को 51 हजार रूपये, उपविजेता टीम को 31 हजार रूपये एवं तृतीय स्थान पर रही 56(डी) को 21 हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया गया एवं अनुशासन के साथ खेलने वाली तीन टीमों में प्रथम को 11 हजार रूपये, द्वितीय को 7 हजार रूपये एवं तृतीय को 5 हजार रूपये का पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा 9 सात्वंना पुरस्कार 2100-2100 रूपये के दिए गए तथा मैन आॅफ द सीरिज के खिताब रूप में अमरदीप पाल को मोटर सायकिल प्रदान की गई तथा प्रत्येक मैच के मैन आॅफ द मैच के खिलाड़ी को 501 रूपये का नकद पुरस्कार एवं बेस्ट कैच के प्लेयर को 101 रूपये का नकद इनाम दिया गया।
समापन समारोह में बेस्ट फील्डर, बेस्ट बैट्समैन एवं बेस्ट बाॅलर को पांच-पांच हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया गया। इसके अलावा प्रत्येक दर्शक को एक-एक टी शर्ट प्रदान की गई। ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्रिकेट कप में जितने भी टीमों ने भाग लिया उन सभी टीमों के खिलाडियों को फोटो लगा स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। संचालन महेन्द्र शुक्ला एवं आभार प्रदर्शन सह सचिव अवधेश कौरव ने किया। कार्यक्रम में न्यास के सचिव चन्द्रप्रकाश गुप्ता एवं कोषाध्यक्ष अवध सिंह धाकरे भी उपस्थित थे।