मुरैना कांजीबसई में अपहरणकर्त्ता सरपंच के मजदूरों के बीच शिवाय गुप्ता को छोड़ कर भागे, अपहरणकर्त्ता के पीछे लगी पुलिस
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ग्वालियर. सीपी कॉलोनी से सुबह 8 बजे 6 वर्षीय बालक शिवाय गुप्ता के अपहरण को लेकर पूरे शहर हड़कप मचा रहा और पुलिस के 500 से अधिक पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच के टीम शहर के प्रवेश द्वार बने टोल प्लाजा पर बदमाशों को ढूढंते रहे। चकरापुर और माटौली के पास पुलिस को क्लू मिलने के बाद पुलिस को दिशा मिल गयी उसी में आईजी अरबिद सक्सेना के नेतृत्व एसपी धर्मवीर सिंह अपहरणकर्त्ताओं को तलाशते रहे। पुलिस द्वारा शहर के चारों में दिशा की घेराबंदी से अहरणकर्त्ताओं की घेराबंदी से भयभीत होकर मुरैना के थाना माता बसैया के इलाके काजी बसई में सरपंच के मजदूरों के बीच छोड़कर भाग गये।
रो रहा था शिवाय, ई-रिक्शा वाले ने सरपंच को सौंपा
जैसे उसी इलाके में टीआई अजयसिंह पंवार बच्चे को तलाश रहे तो सरपंच ने एसपी ने खबर दी पुलिस की टीम शिवाय गुप्ता को लेकर मुरैना से ग्वालियर तरफ लेकर रवाना हो गये। बंशीपुरा गांव में शिवाय एक जगह पर खड़ा था। वह रो रहा था। तभी वहां से एक टमटम (ई-रिक्शा) वाला निकला। उसने बच्चे को रोते हुए देखा। जब उसने बच्चे को गौर से देखा तो पहचान लिया कि यह तो ग्वालियर से किडनैप किया हुआ बच्चा ही है। उसने बच्चे को काजीबसई गांव के सरपंच को सौंप दिया। सरपंच ने बच्चे के माता-पिता से संपर्क किया। जिसके बाद पुलिस वहां पहुंची।
परिवार के पास नहीं आई फिरौती की कोई मांग
बच्चे के पिता राहुल गुप्ता ने बताया कि अपहरण के बाद फिरौती की मांग नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि हमारी किसी से दुश्मनी नहीं है और हमें नहीं पता कि ऐसा किसने किया. इस घटना से ग्वालियर के व्यापारियों में आक्रोश था। मुरार इलाके के सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखकर अपहरण की घटना का विरोध किया। जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ग्वालियर पुलिस अब अपहरणकर्ताओं की तलाश में जुटी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज और इलाके के अन्य सुरागों के आधार पर अपराधियों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा कर लिया जाएगा ।