शरद पवार की पार्टी ने फिर दी राहुल गांधी को चोट, महाराष्ट्र में कांग्रेस के जोश पर डाल दिया पानी

महाराष्ट्र की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार की पार्टी ने एक बार फिर राहुल गांधी को झटका दिया है. उसने बीच राह ऐसा किया है. यह वही शरद पवार हैं जिनकी राजनीति को उनके बेहद करीबी लोग भी नहीं समझ पाते हैं. वह अपने विरोधियों के प्रति कभी बहुत आक्रामक दिखते हैं. लेकिन, अगले ही पल वह उनके साथ किसी बैठक या निजी कार्यक्रम में शिरकत कर रहे होते हैं. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है.

दरअसल, महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में बुरी हार के महाविकास अघाड़ी खासकर कांग्रेस पार्टी ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठा रही थी. इसी दौरान सोलापुर जिले के मालसिराज विधानसभा सीटे के मारकावाडी गांव में बैलेट से चुनाव कराने की मुहिम छेड़ी गई थी. इस सीट से एनसीपी शरद गुट के ही नेता उत्तमराव जांकर को जीत मिली थी. बावजूद इसके जांकर का कहना था कि उनके गांव में गड़बड़ी हुई और उनको जितने वोट मिलने चाहिए उतने वोट नहीं मिले. इस कारण ग्रामीणों ने बैलेट पेपर से फिर से मतदान कराने की घोषणा की. हालांकि प्रशासन ने बाद में ऐसा करने से रोक दिया. चुनावी नतीजे के बाद महाविकास अघाड़ी के प्रमुख दल शिवसेना उद्धव गुट ने भी ईवीएम पर निशाना साथा. कांग्रेस पार्टी ने बाकायदा चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया.

ईवीएम को ब्लैम करना गलत
लेकिन, इस बीच एनसीपी शरद गुट की अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा दिया है कि उनके हिसाब से ईवीएम को ब्लैम करना गलत है. बारामती से सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया के इस बयान से महाराष्ट्र में विपक्ष की आवाज कमजोर पड़ गई है. उन्होंने कहा कि जब तक उनके पास ईवीएम से छेड़छाड़ के कोई पुख्त सबूत नहीं आ जाते तब तक वह ऐसा नहीं कह सकतीं. पुणे के दौरे के दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें लगता है कि ऐसा आरोप लगाना उचित नहीं है, जब तक कि हाथ में कोई पुख्ता सबूत न हो. मैंने इसी ईवीएम से चार चुनाव जीते हैं.