सांसद ने जनप्रतिनिधियों व कलेक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लिया तैयारियों का जायजा

ग्वालियर पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस 25 दिसम्बर से ग्वालियर में आयोजित किए जा रहे 3 दिवसीय विशाल नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर की तैयारियाँ जारी हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स भोपाल के सहयोग से एलएनआईपीई में आयोजित होने जा रहे इस शिविर में ग्वालियर-चंबल संभाग के सभी 8 जिलों सहित उत्तरप्रदेश व राजस्थान के समीपवर्ती जिलों से आने वाले मरीजों का इलाज किया जायेगा। क्षेत्रीय सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह ने गुरुवार को भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी, कलेक्टर रुचिका चौहान सहित अन्य जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शिविर स्थल एलएनआईपीई परिसर का निरीक्षण किया और शिविर की व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
एम्स के सहयोग से यह बहुउद्देश्यीय नि:शुल्क शिविर 25 से 27 दिसम्बर तक लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एज्यूकेशन परिसर में प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित होगा। कलेक्टर ने बताया कि शिविर की तैयारियाँ सुनियोजित ढंग से की जा रही हैं। शिविर स्थल पर मरीजों के लिये नि:शुल्क कैन्टीन के साथ-साथ पेड कैन्टीन की व्यवस्था भी की जायेगी। मरीजों के पंजीयन हेतु पर्याप्त संख्या में पंजीयन काउण्टर भी स्थापित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही साफ-सफाई, पेयजल एवं प्रकाश की व्यवस्था भी की जा रही है।
मरीजों की आईडी बनेगी, जिससे उन्हें एम्स में इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा 
एम्स के सहयोग से आयोजित होने जा रहे इस वृहद शिविर में मौके पर ही मरीजों का इलाज तो होगा ही, साथ ही उनकी मेडीकल आईडी भी एम्स द्वारा तैयार की जायेगी। जिन मरीजों का शिविर में ऑपरेशन व इलाज संभव नहीं होगा, उनका इलाज इस आईडी के माध्यम से मरीज एम्स भोपाल में जाकर करा सकेंगे। आईडी होने से मरीजों को एम्स में इलाज के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा और लम्बी लाइन से भी निजात मिलेगी।
एम्स के 22 विभागों के दल आयेंगे शिविर में 
एम्स भोपाल के अधिष्ठाता डॉ. रजनीश जोशी ने बैठक में जानकारी दी कि शिविर में एम्स के 22 विभागों के चिकित्सकों के दल इलाज करने के लिये आयेंगे। इनमें जनरल स्क्रीनिंग ओपीडी (मेडीसिन, सीएफएम व सर्जरी), बर्न प्लास्टिक, कार्डियोलॉजी, सीटीवीएस, डर्माटोलॉजी, डेटिस्ट्री, एंडोक्रिनोलॉजी, गेट्रोएंट्रोलॉजी, हेमोटोलॉजी, पीडियार्टिक सर्जरी, ऑन्कोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, पीडियाट्रिक्स ऑर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, सायकाट्री, गायनोकॉलोजी, न्यूरो सर्जरी, नेफ्रोलॉजी, ईएनटी, ट्रांसफ्यूजन मेडीसिन, आयुष व डायगनोस्टिक्स (रेडियोडायगनोसिस, ईसीजी व प्वॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग) शामिल हैं।