आने बाला समय फिजियोथैरेपिस्ट का होगा – डाॅ. सुनील राठौर

ग्वालियर. VISM ग्रुप ऑफ स्ट्डीज़ में संचालित व्हीआईएसएम काॅलेज ऑफप्रोफेशनल स्ट्डीज़ में वल्र्ड फिजियोथैरेपी डे बड़ी धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत माॅ सरस्वती के पूजन से हुई। यह आयोजन बीपीटी कोर्स के छात्र-छात्राओं द्वारा सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में सर्वप्रथम नुक्कड नाटक का मंचन हुआ जिसमें छात्र-छात्राओं ने फिजियोथैरेपी विषय से जागरूक कराया। तत्पश्चात् छात्र-छात्राओं द्वारा एक और नाटक का मंचन किया गया जिसमें सभी किरदार तारक मेहता का उल्टा चश्मा सीरियल से लिए गए थें। नाटक के माध्यम से आसान शब्दों में बताया कि फिजियोथैरेपी से क्या-क्या लाभ होते है। इसके बाद बच्चों ने ग्रुप डांस प्रस्तुति दी जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा बताया गया कि सैनिक देश की सीमा पर रहकर हमें सुरक्षा देतें है एवं हमारे डाॅक्टर्स देश के अन्दर रहकर हमारी सुरक्षा करते है।
कार्यक्रम के इस दौर में बीपीटी की छात्रा कशिश ने अपनी मधूर आवाज में गाना गाकर उपस्थित डाॅक्टर्स का उत्साह वर्धन किया। इसके बाद छात्रा अंशी पवैया ने उपस्थित सभागार में छात्र-छात्राओं को समाज में फिजियोथैरेपी एवं फिजियोथैरेपिस्ट का समाज में योगदान बताया। अंत में संस्थान में के चेयरमैन डाॅ. सुनील राठौर ने छात्र-छात्राओं को बताया कि आने वाला जो समय है उसमें फिजियोथैरेपिस्ट समाज में एक अपनी अहम भूमिका में रहेंगे। क्योकि आज के समय में मनुष्य की जो दिनचर्या है उसके हिसाब से आने वाले समय में ज्यादा रोगी दर्द से पीड़ित रहेंगें। आपको पता होना चाहिए कि कुछ बिमारियों का ईलाज जैसे गठियाबाय, कंधे का जाम होना, स्लीपडिस्क केवल फिजियोथैरेपी से ही संभब है। इसी के साथ उन्होंने छात्र-छात्राओ को मेडीकल के क्षेत्र में अनुशासन का महत्व भी बताया। इस मौके पर संस्थान की चेयरपर्सन श्रीमती सरोज राठौर निदेशक डाॅ. प्रज्ञा सिंह सहित फिजियोथैरेपी महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्या सहित समस्त स्टाॅफ व छात्र-छात्राऐं मौजूद रहें।