मानव तस्करी में तस्करी के शिकार लोगों के अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए कार्यशाला
ग्वालियर मानव तस्करी संबंधी जागरूकता बढ़ाने तथा तस्करी के शिकार लोगों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उनकी रक्षा के लिए प्रतिवर्ष विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस 30 जुलाई को मनाया जाता है। कार्यशाला के प्रारम्भ में उपस्थित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को पौधे देकर स्वागत किया गया तद्उपरान्त डीएसपी महिला सुरक्षा श्रीमती किरण अहिरवार द्वारा उपस्थित पुलिस अधिकारियों को कार्यशाला की रूपरेखा से अवगत कराया गया। उसके बाद श्रीमती हिमानी खन्ना, पुलिस महानिरीक्षक महिला सुरक्षा शाखा द्वारा उपस्थित पुलिस अधिकारियों को मानव तस्करी क्या है तथा उसका क्या उद्देश्य है, इसके संबंध में अवगत कराया गया और विष्व मानव तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर मानव तस्करी की रोकथाम हेतु उपस्थित प्रतिभागियों को शपथ भी दिलाई गई। कार्यशाला ग्वालियर रेंज के आईजी अरविन्द कुमार सक्सेना, आईजी महिला सुरक्षा शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल श्रीमती हिमानी खन्ना, पुलिस ग्वालियर रेंज डीआईजी कृष्णावेणी देशावतु, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, एडीएम ग्वालियर श्रीमती अंजू अरूण कुमार एवं अति. एएसपी निरंजन शर्मा की उपस्थिति में सम्पन्न की गई। इस अवसर पर भोपाल से आए विशेषज्ञों द्वारा उपस्थित पुलिस अधिकारियों को मानव तस्करी की बारीकियों तथा कानून से अवगत कराया गया।
कार्यशाला में ग्वालियर जोन के आईजी ने कहा कि मानव तस्करी व श्रम तस्करी एक वैश्विक समस्या बन चुकी है और इस समस्या की रोकथाम एक बहुत बड़ा चैलेंज है। मानव तस्करी की रोकथाम हेतु सख्त कानून हैं, केवल कानून का प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है। 01 जुलाई से लागू नवीन कानून में भी इसकी रोकथाम हेतु नये कानून बनाए गये हैं।
इस अवसर पर पुलिस उप महानिरीक्षक ग्वालियर रेंज ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन हमारे देश में बहुत से लोग मानव तस्करी के संबंध में ज्यादा नही जानते हैं जबकि यह बहुत ही संवेदनशील विषय है और इस प्रकार के अपराध हमारे समाज में बिल्कुल अपनाने लायक नही हैं क्योंकि इस प्रकार के अपराधों में छोटे-छोटे बच्चों को काम कराने के लिये बंधुआ मजदूर बनाया जाता है। प्रायः हमें फैक्ट्री एवं कारखानों में छोटे-छोटे बच्चे काम करते हुए दिखाई दे जाते हैं जो कि कानूनन गलत है जबकि उस बच्चे का अधिकार है कि वह स्कूल जाए और अपनी पढ़ाई करे। यदि कोई बच्चा काम करता हुआ दिखाई देता है या किसी प्रकार की मानव तस्करी का पता चलता है तो तत्काल पुलिस को एक्शन लेना चाहिए। मानव तस्करी के विरूद्व पुलिस लगातार इस प्रकार के अपराधों की रोकथाम हेतु लगातार प्रयासरत् है।