युवा उत्सव के तीसरे दिन हुईं तीन स्पर्धाएं, छात्राओं द्वारा क्ले मॉडलिंग में दिखी भारत की ऐतिहासिक धरोहरों की झलक

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में 3 दिवसीय अन्तरकक्षा अध्ययनशाला युवा उत्सव के तीसरे दिन 3 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।इसमें एकल गायन सुगम,रंगोली, क्ले मॉडलिंग प्रतियोगिताएं शामिल रही।कार्यक्रम में विवि के एसओएस के छात्र छात्राएं शामिल रहे। एकल गायन सुगम में छात्रा दिव्यांशी उपाध्याय ने
चोख पुरावो, माटी रंगावो,आज मेरे पिया घर आवेंगे खबर सुनाऊ जो, खुशी ये बताऊँ जो,आज मेरे पिया घर आवेंगे। हेरी-ओरी सखी मंगल गावो री,धरती अम्बर सजाओ री, उतरेगी आज मेरे पिया की सवारी। भक्ति गीत की प्रस्तुति दी। नेहा सिंह चौहान ने जिसने कभी प्रेम किया ही नहीं, वह प्रेम निभाना क्या जाने, ये दुनिया गोरख धंधा है सब जग माया में अंधा है जिस अंधे ने प्रभु को देखा नहीं वह रूप बताना क्या जाने गीत की प्रस्तुति दी।
खुशबू नेअच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,राम नारायणं जानकी बल्लभम ।कामिनी दीक्षित ने ओ कान्हा अब तो मुरली की मधुर सुना दो तान। साक्षी शर्मा ने यशोमती मैया से बोले नंदलाला। शिवानी ने राधे कौन से पुण्य किए तुमने हरि सदियों से तुम्हारे हैं गीत की प्रस्तुति दी। रंगोली में प्रियंका बाथम ने महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार को दिखाया साथ ही रेप को न कहें स्लोगन दिया।
जसिका शर्मा ने संगीत बाध्य यंत्रों को दर्शाया।क्ले मॉडलिंग में प्रियांशी द्विवेदी, जसिका शर्मा, प्रियंका बाथम, रिया सति ,शिवांगिनी सिकदर ने भारत की ऐतिहासिक धरोहरों को दिखाया।इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.जेएन गौतम,स्मिता महाजने, नीना खरे, मनीष चंदेरिया, दुष्यंत भदौरिया, अमित राजौरिया, प्रवीण शांख्यवार सहित छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।