झांसी बायपास पर सबसे ज्यादा हादसे वाले सिकरौदा पर बनेगा फ्लाई ओवर, फिजिबिलिटी सर्वे शुरू
ग्वालियर. रायरू से झांसी तक जाने वाले बायपास पर आए दिन हादसे और मौतों का स्पॉट बन चुका सिकरौदा तिराहा पर फ्लाई ओवर ब्रिज बनाने की तैयारी चल रही है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा इसके लिए फिजिबिलिटी सर्वे कराया जा रहा है। जिसका काम जनवरी अंत तक पूरा हो जाएगा और फिर स्पष्ट हो पाएगा कि कितनी लंबाई व चौडाई वाला ओवर ब्रिज बनाया जाएगा साथ ही इसकी लागत का आंकलन भी उसी वक्त सामने आएगा। ये तिराहा ब्लैक स्पॉट के तौर पर रिकॉर्ड में दर्ज है। लगातार हो रहे हादसों को लेकर जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक में इस तिराहे का ट्रैफिक फ्लाई ओवर के जरिए डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया जिसके बाद इसके लिए फिजिबिलिटी सर्वे शुरू किया गया।
मुरैना और झांसी का ट्रैफिक निकलेगा सीधा, ग्वालियर लेफ्ट टर्न होगा
सिकरौदा तिराहे पर ये फ्लाई ओवर बनने पर झांसी से मुरैना की ओर और मुरैना से ग्वालियर से झांसी की ओर जाने वाला हैवी ट्रैफिक लोड ब्रिज के ऊपर से गुजर जाएगा। वहीं रायरू से मालनपुर की तरफ से ग्वालियर शहर एवं शिवपुरी हाईवे पर जाने वाला ट्रैफिक फ्लाई ओवर के नीचे से होकर एंट्री करेंगे। इसी प्रकार डबरा की तरफ से आने वाले वाहनों को लेफ्ट टर्न लेकर सिकरौदा तिराहे से शहर में एंट्री लेनी होगी। ऐसा होने पर ट्रैफिक लोड बंट जाएगा और एक्सीडेंट की संभावनाएं भी काफी कम हो जाएंगी।
2020 से ब्लैक स्पॉट में किया गया शामिल, अब तक हो चुके 15 हादसे
ग्वालियर, मुरैना और डबरा यानी कि एक साथ 3 साइड का ट्रैफिक आने के कारण इस तिराहे पर लगातार हादसे होते रहे हैं। जिस वजह से 2020 में इस तिराहे को ब्लैक स्पॉट के तौर पर दर्ज किया गया। इसके बाद यहां पर ब्लैक स्पॉट की गाइड लाइन के अनुसार NHAI ने इंतजाम कराए लेकिन उसके बाद भी हादसे नहीं रूके। अब तक यहां 15 हादसे हादसे हो चुके है जिनमें कई लोगों की जान गई है। 12 जुलाई को ट्रक और बाइक में भिंडत हुई थी। जिसमें करन कुशवाह और उसकी बहन मालती व डेढ साल के भांजे की मौत हो गई थी।