कलेक्ट्रेट पहाडी और सिरोल पहाडी पर निर्माण कार्यों के लिए कई पेड काट दिए गए
ग्वालियर. कलेक्ट्रेट पहाडी के साथ ही पास की सिरोल पहाडी पर इन दिनों हरियाली छा गयी है। यही कारण है कि यहां पर सुबह और शाम को काफी संख्या में लोग मॉर्निंग और इवनिंग वॉक के लिए आते है। कलेक्ट्रेट पहाडी पर घूमने आने वाले डॉ. मनमोहन सिंह यादव ने पिछले 5 साल में करीब 150 पेड लगाए है। इस साल पडी भीषण गर्मी के दौरान वे अपने लगाए गए पेड मरे नहीं इसके लिए घर से पानी भर कर ले जाते थे और उन्हें जीवित रखने का प्रयास करते रहे लेकिन कलेक्ट्रेट पहाडी पर कुछ निर्माण कार्यों के लिए कई पेड काट दिए गए है। इन पेडों को काटने से यहां आने वाले प्रकृति प्रेमी काफी नाराज है।
डॉ. यादव ने बताया कि उन्होंने यहां किएजा रहे निर्माण कार्यों के लिए पेड काटे जाने को लेकर इसकी शिकायत कलेकटर को भी की लेकिन इस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्हें दुख इस बात का है कि उन्होंने जिन पेडों को यहां लगाया और वे पेड बढ भी गए थे और किशोर अवस्था को प्राप्त हो चुके थे उन पेडों को बेरहमी से काट दिया गया। लोगों का कहना है कि जो निर्माण कार्य यहां हो रहा है वह अनावश्यक है। पेडों की कीमत पर हो रहे इस निर्माण कार्य से यहां आने वाले लोग नाराज है। यहीं नहीं कलेक्ट्रेट के पेट्रोल पंप के सामने वाले गेट बाईं ओर भी जमीन पर कब्जा करने के लिए यहां पर पेड काटे जा रहे है। यहां करीब आधा दर्जन पेड काटे जा चुके है। यहां कब्जा करने की नीयम से पेडों को काटकर यहां की जमीन को समतल किया जा रहा है जिससे कि यहां आने वाले दिनों में ठेले और खोमचे लगाए जा सके।
छरअसल कलेक्ट्रेट के पास ही जिला न्यायालय भवन आ चुका है इसलिए इस क्षेत्र में लगातार यहां आस-पास दुकानें लगाने का प्रयास किए जा रहे है। एक बार प्रशासन द्वारा कार्रवाई करते हुए इन्हें रोक दिया गया था।