ज्योतिरादित्य को भी कर दिया था किनारे
भोपाल. वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया। विधानसभा चुनाव के लिए मिशन-2023 को देखते हुए ये बजट सबसे अहम माना जा रहा है। ऐसे में मंत्रियों के बीच हुए बंटवारे पर भी सभी का ध्यान है। खेमे के लिहाज से देखें तो सिंधिया समर्थक मंत्रियों की तुलना में शिवराज के मंत्रियों से ज्यादा बजट अलॉट किया गया है।
टोटल अनुमानित बजट 2 लाख 79 हजार 237 करोड़ रुपए का है। इसमें से शिवराज सरकार के 19 मंत्रियों को 1 लाख 85 हजार 604 करोड़ रुपए अलॉट किए गए हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 8 मंत्रियों के हिस्से में 73 हजार 598 करोड़ रुपए आए हैं। इस बार ग्रामीण विकास पर ज्यादा जोर है। इसलिए सबसे ज्यादा बजट पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री महेंद्र सिसोदिया के विभाग को दिया गया है। शिवराज सरकार के दिग्गज नेताओं में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बजट 1481 करोड़ रुपए बढ़ा है। कृषि मंत्री कमल पटेल के लिए 15 हजार 705 करोड़ रुपए हिस्से में आया है।
शिवराज सरकार में सिंधिया खेमे के 8 मंत्री
शिवराज सरकार में सिंधिया गुट के 8 मंत्री हैं। इनमें गोविंद सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह सिसोदिया, राजवर्धन सिंह, बिसाहूलाल, प्रद्युम्न सिंह तोमर, तुलसी सिलावट, प्रभुराम चौधरी और बृजेंद्र सिंह यादव हैं। बाकी मंत्री शिवराज गुट के हैं। इस साल सिंधिया खेमे के मंत्रियों का बजट बढ़ा है। पिछले वित्तीय वर्ष 54 हजार 221 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान था। शिवराज समर्थक 19 मंत्रियों के लिए 1 लाख 85 हजार 604 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इसमें वित्तमंत्री के हिस्से 71 हजार 376 करोड़ रुपए आए हैं। विभागवार बंटवारे आकलन करें, तो इसमें सबसे पावरफुल मंत्री महेंद्र सिसोदिया हैं। कुल बजट में से 9.9 प्रतिशत बजट सिसोदिया के विभाग को मिला है। इनके विभाग के लिए 27,925 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इनका बजट पिछली बार से 10 हजार 883 करोड़ रुपए बढ़ाया गया है। सबसे कम बजट भी सिंधिया खेमे के मंत्री हरदीप सिंह डंग के हिस्से आया है। इन्हें 84 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।