पैसों के अभाव में पुलों की मरम्मत और एलिवेटेड रोड़ अटकी, राजनीतिक कार्यक्रमों के लिये नहीं है पैसों की कमी
ग्वालियर. लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में फण्ड की कमी से विकास कार्य अटक गये है। यह स्थिति है कि अगस्त में आयी बाढ़ की वजह से बह गये पुलों तक का मेंटीनेंस कराने के लिये भी विभा के पास राशि नहीं है। जिस कारण से अचल के बले 6 पुल का मेंटीनेंस नहीं हो पा रहा है और प्रतिदिन हजारों वाहन चालक व क्षेत्रवासियों को कई किलोमीटर तक का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। अभी हाल ही में राजनीतिक कार्यक्रम में लगभग 60 करोड़ रूपया खर्च किया गया है।
पीडब्ल्यूडी ने इन पुलों का मेंटीनेंस करने के लिये 60 करोड़ रूपये का प्रस्ताव भेजा है। जिसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिल सकी है। वहीं शहर के लिये महत्वपूर्ण माने जाने वाली एलिवेटेड रोड़ का प्रस्ताव भी बजट स्वीकृति के लिये 10 माह से फाइलों में धूल खा रहा है। वहीं अधिकारियों ने बताया कि सभी प्रस्ताव भोपाल स्थित विभागीय मुख्ष्यालय में पेडिंग है।
तकनीकी स्वीकृति नहीं एलिवेटेड रोड की
स्वर्ण रेखा नदी पर प्रस्तावित एलिवेटेड रोड के पहले चरण का प्रस्ताव जनवरी के अंत में तकनीकी स्वीकृति के बाद पीडब्ल्यूडी के भोपाल स्थित मुख्यालय में भेजा था। इसे अभी तक स्वीकृति नहीं मिल पायी है। पहले चरण में 418 करोड़ रूपये की लागत से यह एलिवेटेड रोड फूलबाग रोड स्थित वीरांगना लक्ष्मीबाई समाधि स्थल से गदाईपुरा, हजीरा होते हुए जलालपुर तिराहे तक बनाई जायेगी। यह बनने के बाद जलालपुर से फूलबाग तक आने-जाने के समय में 20 से 25 मिनट की बचत होगी और यातायात जाम की समस्या से राहत मिल सकेगी।
तकनीकी स्वीकृति और बजट की वजह से है लंबित
पुलों की मरम्मत का प्रस्ताव मुख्यालय भेजा गया है। अभी उसे स्वीकृति नहीं मिल पायी है। स्वीकृति के बाद ही बजट मिलेगा। तब ही यह काम कराये जा सकेंगे। एलिवेटेड रोड के प्रस्ताव कों तकनीकी स्वीकृति के बाद मुख्यालय भेजा गया था। लेकिन बजट की मंजूरी नहीं मिली है।
पवन प्रजापति, प्रभारी कार्यपालन यंत्री, पीब्ल्यूडी