जेएएच, कुलैथ व पाताली हनुमान डिस्पेंसरी में नहीं खुला खाता; लक्ष्मीगंज प्रसूति गृह में सिर्फ तीन को लगा टीका

काेराेना से बचाव का टीका सुरक्षित है। पिछले चरण में यह स्थापित हाेने के बाद भी साेमवार काे फ्रंटलाइन वर्कर टीका लगवाने के प्रति उदासीन बने रहे। पहले दिन 17 केंद्राें पर बने 38 बूथ पर 5982 फ्रंट लाइन वर्करों को टीका लगना था लेकिन सिर्फ 1592 लोगाें ने टीका लगवाया। सबसे आगे रहे सीआरपीएफ और बीएसएफ के जवान। कुल 1424 जवानाें काे बुलाया गया था। इनमें से 998 जवानों को टीका लगा।

इन जवानों के अतिरिक्त जिले में महज 594 फ्रंट लाइन वर्करों को टीका लगा। इस कारण जिला टारगेट से 70.42 फीसदी पीछे रह गया। जेएएएच, ईएसआई डिस्पेंसरी पाताली हनुमान और कुलैथ हॉस्पिटल में टीकाकरण का खाता भी नहीं खुला। लक्ष्मीगंज प्रसूतिगृह में सिर्फ 3 लोग ही पूरे दिन टीका लगवाने पहुंचे।

पहली बार... 1092 लगाई को-वैक्सीन : जिले में सोमवार को 1092 लाेगाें काे काे-वैक्सीन का डाेज दिया गया। सुखद बात ये रही कि किसी केंद्र से टीका लगने के बाद एक भी फ्रंट लाइन वर्कर की तबियत खराब नहीं हुई।

संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों व पटवारियों को लगे टीके

जिला अस्पताल में पदस्थ 52 संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को पहले चरण की सूची में नाम नहीं था। मामला दैनिक भास्कर ने उठाया ताे सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने इनके नाम सूची में जुड़वाए। सोमवार को जिला अस्पताल में इन्हें टीके लगाए गए। वहीं पटवारियों ने फालका बाजार डिस्पेंसरी में टीका लगवाया। यहां पहला टीका धर्मेंद्र कुलश्रेष्ठ को लगा। पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह राजपूत ने भी टीका लगवाया।

अब बुधवार को लगेंगे टीके

फ्रंट लाइन वर्करों को अब बुधवार को टीके लगाए जाएंगे। 5 हजार को टीके लगाने का लक्ष्य रखा गया है।