निगम ने खतरनाक हो चुके ला-सफायर को 11 महीने बाद गिराने के लिए दी सशर्त अनुमति, सुरक्षा पट्टी बांधी

कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में एंटी माफिया अभियान के दाैरान तोड़ी गई सिटी स्थित राजू कुकरेजा की बहुमंजिला इमारत ला-सफायर इमारत को गिराने का काम जल्दी ही शुरू होगा। नगर निगम ने कुकरेजा काे इस काम के लिए सशर्त अनुमति दे दी है। गुरुवार को इमारत के चाराें ओर 10-20 फीट की दूरी पर सुरक्षा पट्टी बांध दी गई। तुड़ाई के दौरान निकलने वाले मलबे को हटाने की जिम्मेदारी भी भवन स्वामी की होगी। यदि वह मलबे को सड़क या सरकारी भूमि पर रखता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा।

गाैरतलब है कि नगर निगम और जिला प्रशासन 17 दिसंबर 2019 को ला-सफायर को गिराने की कार्रवाई की थी। इस दाैरान इमारत नीचे नहीं गिरी थी, लेकिन वह खतरनाक स्थिति में पहुंच गई। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद संपत्ति मालिक ने इमारत के खतरनाक हिस्से को गिराने की अनुमति नगर निगम से मांगी थी। निगम आयुक्त ने इसके लिए कलेक्टर को पत्र भेजा गया था। कलेक्टर ने एक कमेटी बनाई। इस कमेटी ने इमारत काे गिराने के लिए शर्तें तय कीं। इसके बाद निगम आयुक्त संदीप माकिन ने इमारत को गिराने की अनुमति दी। कुकरेजा ने इमारत को गिराने के लिए एक कंपनी को ठेका दे दिया है।

ये शर्तें रहेंगी इमारत गिराने के लिए

इमारत को गिराने के लिए आंकलन तकनीकी विशेषज्ञों से कराया जाए। उनकी ही निगरानी में इमारत को गिराया जाएगा।

यदि आसपास किसी दूसरे मकान को क्षति होती है, तो इसकी जिम्मेदारी संपत्ति मालिक राजकुमार कुकरेजा की होगी।
इमारत के जर्जर हिस्से को गिराने के लिए नगर निगम द्वारा तकनीकी एजेंसी को हायर किया जाएगा।
लिफ्ट टूटने पर चार मजदूर हुए थे घायल

पिछले साल दिसंबर में तुड़ाई के बाद संपत्ति मालिक राजकुमार कुकरेजा गुपचुप तरीके से इमारत में लगी लिफ्ट को निकालने का काम करा रहा था। तभी कार्य के दौरान लिफ्ट टूटकर नीचे गिर पड़ी। इसमें चार मजदूर घायल हो गए थे।

आयुक्त ने अनुमति दे दी है

ला-सफायर को गिराने की अनुमति निगम आयुक्त ने दे दी है। अब संपत्ति मालिक को शर्तों का पालन करते हुए ला-सफायर को गिराना होगा।
-प्रदीप वर्मा, सिटी प्लानर नगर निगम