बंगाल चुनाव पर BJP का फोकस, TMC के नेताओं पर होगी 'मेहनत', दिल्ली में बनेगी रणनीति
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेतृत्व ने पश्चिम बंगाल पर पूरी तरह से फोकस कर दिया है. बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा पार्टी हर तरह से तैयारी में जुट गई है. बीजेपी ने बंगाल के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसी क्रम में, दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बंगाल बीजेपी नेतृत्व की महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है.
इस बैठक का फोकस तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नए नेताओं और समर्थकों को अगले कुछ महीनों में बीजेपी में शामिल किए जाने पर होगा. टीएमसी समर्थकों को बीजेपी में शामिल किए जाने से पहले जरूरत पड़ी तो उनके बारे में छानबीन भी की जाएगी. इसके अलावा, बैठक में चुनाव से पहले राज्य के पार्टी नेताओं के लिए नई जिम्मेदारियों पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
सांसदों की जिम्मेदारी
बंगाल बीजेपी में पार्टी की जिम्मेदारियों को लेकर कई बदलाव किए गए हैं. बंगाल में बीजेपी के 18 सांसद हैं जिनकी जिम्मेदारी तय की गई है. बंगाल में बीजेपी के 18 में से 11 सांसदों को पार्टी संगठन की जिम्मेदारी सौंपी गई है. दार्जिलिंग से सांसद राजू बिस्टा को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है ताकि वह राज्य के मसलों को प्राथमिकता से पेश कर सकें.
वहीं मालदा उत्तर से सांसद खगेन मुर्मू को पश्चिम बंगाल का अनुसूचित जनजाति मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है. उन्हें अनुसूचित जनजातियों के बीच पार्टी की पैठ बनाने की जिम्मेदारी दी गई है. इसी तरह बलुरघाट से सांसद सुकांत मजूमदार को उत्तर बंगाल का सह प्रभारी नियुक्त किया गया है.
बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह राज्य में पार्टी उपाध्यक्ष हैं. पुरुलिया से सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो अभी बंगाल बीजेपी के महासचिव हैं. बिष्णुपुर के सांसद सौमित्र खान को युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी पश्चिम बंगाल बीजेपी की महासचिव हैं. महिलाओं के बीच पार्टी को ले जाने की उनकी जिम्मेदारी होगा. मेदिनीपुर से सांसद दिलीप घोष पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बने हुए हैं. बांकुड़ा से सांसद डॉ. सुभाष सरकार राज्य बीजेपी उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.