उज्जैन में बाल-बाल बचे सिंधिया, समर्थकों की धक्का-मुक्की में गिरी रेलिंग

उज्जैन में सोमवार को महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने आए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक हादसे में घायल होने से बाल-बाल बच गए. जैसे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया रामघाट पहुंचे, एक हादसा हो गया. ज्योतिरादित्य सिंधिया, महाकाल की शाही सवारी का पूजन करने उज्जैन के रामघाट जा रहे थे. इस दौरान उनके समर्थकों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई. इस धक्का-मुक्की में घाट के पास सीमेंट की रेलिंग गिर गई. हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में किसी को चोट नहीं लगी.

दरअसल, सोमवार को उज्जैन में महाकाल की शाही सवारी निकाली गई थी. महाकाल पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले थे. ज्योतिरादित्य सिंधिया सोमवार को उज्जैन में सावन भादो मास की इसी मुख्य शाही सवारी में शामिल होने पहुंचे थे. जहां उन्होंने रामघाट पर जाकर बाबा महाकाल की पालकी का पूजन किया. ज्योतिरादित्य सिंधिया हर साल शाही सवारी में शामिल होते हैं, क्योंकि महाकाल मंदिर से सिंधिया परिवार का काफी पुराना संबंध है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया देर रात पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से मिलने इंदौर स्थित उनके आवास भी गए थे. बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मार्च महीने में ही कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी का साथ थाम लिया था. फिलहाल वे बीजेपी कोटे पर राज्यसभा सांसद हैं. हाल के दिनों में उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे को लेकर पूर्व सीएम कमलनाथ पर भी निशाना साधा था. कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि एक तरफ, वह (कमलनाथ) कह रहे हैं, उन्होंने (पूर्व पीएम राजीव गांधी) बाबरी मस्जिद का ताला खोला जबकि दूसरी तरफ शशि थरूर कहते हैं कि उन्होंने ताला नहीं खोला. कांग्रेस खुद ही नहीं जानती कि उनके नेता ने क्या किया और क्या नहीं.

कमलनाथ ने अयोध्या में भूमि पूजन से पहले अपने यहां हनुमान चालीसा कराया था जिसके बाद उन्होंने दावा किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कारण ही राम मंदिर का सपना आज साकार हो रहा है. कमलनाथ ने उस वक्त कहा था कि आज राजीव गांधी होते तो यह सब देखते. हम राम मंदिर निर्माण के लिए प्रदेश की जनता की ओर से 11 चांदी की शिलाएं भेज रहे हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चंदे से पैसा इकट्ठा कर चांदी की इन ईंटों को अयोध्या भेजा है.