चुनावी समर से भागने की फिराक में कुछ मंत्री
मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार चौथी बार आने का सपना संजोये है और इसके लिये तैयारी भी चल रही है। पार्टी संगठन लगातार कार्यकर्ताओं में जोश लाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन अब हालत यह है कि सरकार में बैठे आधे मंत्री अफसरशाही की वजह से उपेक्षित है और अपने क्षेत्र मेंं काम न हो पाने की वजह से चुनावी समर में उतरने से पीछे हटने लगे हैं।
कांग्रेस की बढती सक्रियता और उप चुनावों के नतीजों से भी कुछ मंत्रियों व विधायकों के चेहरों पर हताशा के भाव हैं। लेकिन मुख्यमंत्री अपनी दम पर इस बार के चुनावों में भी पार्टी की नैय्या पार लगाने की कोशिश कर रहे हैं। यह बात सही है कि मुख्यमंत्री ने जमकर मेहनत की है, लेकिन उनके आधा दर्जन मंत्रियों को छोड कर अन्य सभी मंत्री फिसडडी साबित हो रहे हैं
जिन मंत्रियों ने लगातार बेहतर काम किया है , जिनकी परफारर्मेंस रिपोर्ट अच्छी है उनमें जन संपर्क मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, सामान्य प्रशासन मंत्री लाल सिंह आर्य, नगरीय प्रशासन मंत्री श्रीमती माया सिंह शामिल हैं। यह मंत्री अपने क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रहे हैं। इसी कारण यह मुख्यमंत्री की कोर टीम में भी शामिल हैं। यह ऐसे मंत्री हैं, जो नामजदगी का परचा भरकर अपने क्षेत्र में न भी जायें तो भी विजयश्री का वरण कर लेगें।