फ्लोर टेस्ट से पहले BJP चाहती है विधायकों के लिए 'सेफ कॉरिडोर', शिवराज ने DGP को लिखा खत

मध्य प्रदेश विधानसभा के स्पीकर एनपी प्रजापति को फ्लोर टेस्ट के लिए शुक्रवार को दोपहर दो बजे विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है. फ्लोर टेस्ट से पहले बीजेपी अपने विधायकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखकर सीहोर से भोपाल तक बीजेपी विधायकों को सुरक्षा देने की मांग की है.

शिवराज सिंह चौहान ने अपने पत्र में कहा कि हमारे विधायक सीहोर के इछावर रोड स्थित होटल से विधानसभा के विशेष सत्र में हिस्सा लेने के लिए बस के द्वारा प्रस्थान करेंगे. मध्य प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में बीजेपी विधायकों की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है.

शिवराज ने कहा कि ऐसी आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व शांति व्यवस्था को भंग करने के लिए बीजेपी विधायकों की बसों को रास्ते में रोक सकते हैं, हमला कर सकते हैं और दंगे इत्यादि कराकर विधानसभा की कार्यवाई में रुकावट पैदा कर सकते हैं. ऐसे में बीजेपी विधायकों को संपूर्ण सुरक्षा के साथ विधानसभा तक पहुंचाया जाए और कार्यवाही पूरी होने के बाद उन्हें उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया जाए.

कांग्रेस के 16 बागी विधायकों के इस्तीफे से मध्य प्रदेश की सियासी बाजी पलट गई है. कमलनाथ सरकार की सत्ता से विदाई अब तय मानी जा रही है और राजनीतिक गणित बीजेपी के पक्ष में दिख रहा है. इसीलिए बीजेपी अपने विधायकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है और फ्लोर टेस्ट तक किसी तरह का कोई जोखिम नहीं उठा चाह रही है.

दरअसल मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा में फिलहाल दो स्थान रिक्त हैं और स्पीकर एनपी प्रजापति ने कांग्रेस के अभी तक कुल 22 विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए गए हैं. इस तरह से अब कुल विधायकों की संख्या 206 बची है, ऐसी स्थिति में बहुमत के लिए 104 विधायकों का आंकड़ा चाहिए. मौजूदा समय में बीजेपी के 107 और कांग्रेस के 92 विधायक बचे हैं. इसके अलावा बसपा के दो, सपा के एक और चार निर्दलीय विधायक हैं. ऐसे में बहुमत का आंकड़ा बीजेपी के पक्ष में नजर आ रहा है. ऐसे में बीजेपी फ्लोर टेस्ट में बाजी मार सकती है.