चंबल पुल में दरार, वाहनों के निकलने पर प्रतिबंध
भिंड। ग्वालियर-इटावा नेशनल हाइवे 92 पर बरही चंबल नदी के पुल के छठे पिलर की बेयरिंग टूट गई है। इससे पुल का एक स्लैब नीचे धसक गया है। 11 मई से चंबल पुल से वाहन निकलने पर प्रतिबंध लगाया गया है। भिंड से आगरा, कानपुर जाने वाले वाहन फूफ से सहसों, चकरनगर से उदी चैराहा होते हुए इटावा जाएंगे।
ग्वालियर से इटावा, कानपुर जाने वाले वाहन मुरैना, आगरा होकर निकाले जाएंगे। पुल पर वाहन रोकने ईंटों की दीवार बनाई जाएगी। नेशनल हाइवे जोन पीडब्ल्यूडी के ईई एमसी शर्मा का कहना है पुल की बेयरिंग बनवाने बात चल रही है। बेयरिंग बनने के बाद मेंटेनेंस होगा। ऐसे में प्रतिबंध कितने दिन रहेगा यह फिलहाल नहीं बताया गया है। भिंड और इटावा की सीमा को जोड़ने वाला चंबल नदी पुल बरही गांव के पास वर्ष 1976 में आवागमन के लिए खोला गया। इस पुल को बने 42 साल पूरे हो चुके हैं। चंबल पुल पर इटावा की ओर से छठे पिलर की बेयरिंग ओवरलोड वाहनों के कारण टूट गई है। इससे पुल की सड़क का स्लैब नीचे की ओर धसक गया है। बेयरिंग टूटने की सूचना पर नेशनल हाइवे जोन पीडब्ल्यूडी इटावा के ईई एमसी शर्मा ने अपनी टीम के साथ निरीक्षण किया।
बेयरिंग टूटने के बाद चंबल पुल से सभी तरह के वाहनों को निकालने पर प्रतिबंध लगा दिया है। पुल की दोनों और पुलिस जवान तैनात रहेंगे, ताकि पुल से किसी भी तरह के वाहनों को निकलने से रोका जा सके। साथ ही ईंटों की दीवार बनाई जाएगी, ताकि पूर्ण रूप से प्रतिबंध का पालन हो सके। ग्वालियर से भिंड होकर इटावा की दूरी 112 किमी है। बरही चंबल पुल बंद होने से इटावा जाने के लिए मुरैना-आगरा होकर जाना होगा। ग्वालियर से आगरा 121 किमी और आगरा से इटावा 129 किमी यानी कुल 250 किमी दूरी तय करना होगी, जो ग्वालियर भिंड के रास्ते से 138 किमी ज्यादा है। फेर बढ़ने से ट्रांसपोर्ट का खर्च बढ़ जाएगा। इससे कुछ दिन रोजमर्रा की चीजों पर महंगाई रहेगी।
ईई, नेशनल हाइवे जोन पीडब्ल्यूडी इटावा उत्तरप्रदेश एमसी शर्मा का कहना है कि चंबल पुल के छठे पिलर की बेयरिंग टूट गई है। इससे पुल की सड़क का स्लैब नीचे धसक गया है। मेंटेनेंस होने तक पुल से किसी भी तरह के वाहन निकालने पर प्रतिबंध लगाया गया है। बेयरिंग बनवाने के लिए कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है।