60 चेक से तुषार ने 3 महीने में बैंक से निकाले 3 करोड़ रूपये, 40 बैंक अकाउंट फ्रीज

ग्वालियर. रामकृष्ण आश्रम मिशन के स्वामी सुप्रदिप्तानंद से ठगी कर 3 करोड़ 52 लाख रूपये की ठगी के मामले में गिरफ्तार ठग व बैंक मैनेजर से पुलिस ने मास्टर माइंड उदयराज के संबंध में पूछताछ कर रही है। स्वामी से ठगे गये रूपये जिन खाते में पहुंचे थे। उनमें से लगभग 2 लाख रूपये दुबई एटीएम से निकाले गये है। यह रूपये किसिने निकाले इसका पुलिस पता लगा रही है। तुषार गोमे ने पूछताछ मेंबताया है कि वह अभी तक ठगी के फर्जी खातों से करीब 60 चेक से करीब 3 करोड़ रूपये की रकम निकाल चुका है। खातों से यह रकम निकाल क रवह उदयराज को देता था और बाद में उदयराज ठगी को रकम को आगे बढ़ाता था। उदयराज व बंधन बैंक के ऑफिस ब्यॉय हिमांशु की तलाश में दूसरी पुलिस पार्टी रवाना की गयी है। बैंक प्रबंधन को पत्र लिखकर पुलिस ने तुषार गोमे द्वारा किन खातों से कितनी राशि निकाली गयी है। इसकी पूरी जानकारी मांगी है। बैंक प्रबअंधन के अनुसार बैंक के वाउचर चेक वह पूरा जानकारी जल्द पुलिस को देंगे। पकड़े गये ठगों से एसएसपी धर्मवीर सिंह व एएसपी कृष्ण लालचंदानी ने सोमवार को भी पूछताछ की।

डिजिटल अरेस्ट की टाइम लाइन –
17 मार्च की शाम स्वामी सुप्रदिप्तानंद को ठगों का कॉल आया।
– 17 मार्च को ही डिजिटल अरेस्ट कर वॉटसएप कॉल शुरू कर दिए।
– 18 मार्च को पहली बार आश्रम के फंड को जांच के लिए ट्रांसफर करने कहा।
– 11 अप्रैल तक 2.53 करोड़ रुपए 3 विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कराए।
– 11 अप्रैल को तीन दिन में यह पैसा जांच कर लौटाने का आश्वासन दिया।
– 15 अप्रैल तक कोई पैसा नहीं लौटा, कॉल किया तो रिसीव नहीं किया।
– 16 अप्रैल को ग्वालियर क्राइम ब्रांच में FIR दर्ज की गई।
– 18 अप्रैल को अकाउंट की डिटेल पुलिस के पास पहुंची, टीम उज्जैन रवाना।
– 19 अप्रैल की रात उज्जैन के नागदा से छह लोगों की गिरफ्तारी हुई।
– 20 अप्रैल को उज्जैन से आरोपियों को लेकर पुलिस ग्वालियर पहुंची।
ठगों के सीधे संपर्क में थे उदयराज
उज्जैन में रहकर फर्जी बैंक खातों से ठगी के रूपये निकाल कर उदयराज अलग-अलग डिजीटल करेंसी में बदल कर ठगी से सौदा करता था। तुषार गोमे ने पूछताछ में बताया िकवह चेक से खातों से रकम निकालकर उदयराज को देता था। तुषा का बयान उरयराज को मास्टर माइंड बता रहा है। लेकिन तुषार पूरा बच बोल रहा है यह पुलिस अन्य आरोपियों के बयान से क्रॉस चेक कर रही है। तुषार के बयान के मुताबिक उदयराज के संपर्क दुबई के गैंग से होने का भी संदेह है।
खातों से अलर्ट जनरेट होने पर ठगों को देते थे अवसर
बंधन बैंक के मैनेजर विश्वजीत बर्मन ने पूछताछ में बताया ठगी के खातों से 5 लाख रूपये से ज्यादा राशि निकालने पर सिस्टम से अलर्ट जनरेट होता था जिसे खाते का बेरीफिकेशन मांगा जाता था। इस पर मैनेजर वेरीफिकेशन में 4 दिन से अधिक समय लगा देते थे। इस बीच ठग खाते से सभी रकम निकाल लेते थे। ऐसे अलर्ट वाले करीब 40 खाते फ्रीज कराये जा चुके है। विश्वजीत ने बताया कि वह करीब 18 वर्ष से बैंक की अलग-अलग शाखाओं में पदस्थ रहा है। उज्जैन में वह 3 महीने से ठग उदयराज के संपर्क में था। यह भी बताया गया है कि बैंक का पुराने मैनेजर भी ठगों के संपर्क में था। पुलिस अभी तक पुराने मैनेजर से भी पूछताछ करेगी और विश्वजीत की अन्य शाखाओं में पदस्थापना के कार्यकाल की भी जांय करायेगी।