यूपी के तीन शहरों के लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए नहीं जाना होगा दिल्ली
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के तीन शहरों के लोगों को भविष्य में ट्रेन पकड़ने के लिए 30-40 किमी. दूर दिल्ली के स्टेशनों में नहीं जाना होगा. एनसीआर के शहर से ट्रेन पकड़कर सफर कर सकेंगे. इससे लोगों की भागादौड़ी के साथ ही पैसों की भी बचत होगी. भारतीय रेलवे यात्रियों की सुविधा के लिए दिल्ली बॉर्डर पर एक स्टेशन को रिडेवलप कर रहा है, जो दिल्ली के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्टेशना होगा. स्टेशन के बेसमेंट का काम पूरा हो चुका है.
भारतीय रेलवे देशभर में 1334 स्टेशनों को रिडेवलप कर रहा है. इन्हीं में से एक एनसीआर का गाजियाबाद रेलवे स्टेशन है. यह स्टेशन दिल्ली के बाद दूसरा सबसे बड़ा एनसीआर का स्टेशन बनने जा रहा है. इसमें 450 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. दिल्ली हावड़ा लाइन पर पड़ने वाला यह स्टेशन इसलिए खास है, क्योंकि यहां से रोजाना करीब 400 ट्रेनें गुजरती हैं. इनमें सभी तरह की ट्रेनें मिलाकर 200 के आसपास का ठहराव होता है.
रेलवे मंत्रालय के अनुसार स्टेशन में घंटाघर की ओर टिकट काउंटर, वेटिंग और पार्किंग एरिया बनाया जाना है. यहां पर बेसमेंट का काम हो चुका है. अब काम ग्राउंड लेवल पर शुरू हो गया है. हालांकि बात फीसदी में करें तो 15 फीसदी से अधिक काम हो चुका है. चूंकि पुराना स्टेशन ट्रैकों के बीचों-बीच है. यहां से रोजाना 400 ट्रेनों का संचालन होता है, इसलिए थोड़ा समय लग रहा है.
यूपी के इन तीन शहरों के लोगों को राहत
उत्तर प्रदेश के एनसीआर तीन शहर गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के यात्रियों को भारी राहत मिलेगी. इन शहरों में रहने वाले ज्यादातर लोगों को ट्रेन पकड़ने के लिए दिल्ली जाना पड़ता है. क्योंकि अभी गाजियाबाद स्टेशन में सुविधाओं का अभाव है. इसलिए पास के गाजियाबाद स्टेशन के बजाए करीब 30 से 40 किमी. दूर दिल्ली जाते हैं. इसमें समय और पैसा दोनों खर्च होते हैं. गाजियाबाद स्टेशन रिडेवलप होने के बाद इन तीन शहरों के लोग इसी स्टेशन से ट्रेन पकड़ेंगे. यात्रियों संख्या बढ़ने पर यहां ट्रेनों का ठहराव भी बढ़ा दिया जाएगा. इस तरह लोगों की दिल्ली की भागादौड़ी बचेगी.