ग्वालियर में घनी आबादी-बाजार के ट्रैफिक लोड को संभालने के लिए 571 करोड़ के 5 नए फ्लाई ओवर की तैयारी

ग्वालियर. शहर की सडकों पर लगातार बढ रहे ट्रैफिक लोड को संभालने के लिए 5 नए फ्लाई ओवर बनाने की तैयारी है। ये फ्लाई अरेपी लश्कर, मुरार, उपनगर ग्वालियर के पुराने और व्यस्त क्षेत्रों में बनेंगे। इनके लिए मप्र रोड डेवलपमेंट कॉर्पोंरेशन (एमपीआरडीसी) ने केंद्रीय सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा है। सेतु बंधन के तहत प्रस्तावित इन फ्लाई ओवर पर 573.64 करोड रुपए से अधिक की राशि खर्च होने का अनुमान है। इनके अलावा शिवपुरी में पार्वती नदी बैराड-गोंदोली और सिंध नदी पर सतनवाडा-नरवर के बी नए पुल बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इन दोनों पुलों को बनाने में करीब 67 करोड रुपए खर्च होगा। एमपीआरडीसी के सेतु बंधन विंग के मुख्य अभियंता सुनील वर्मा और सांसद भारत सिंह कुशवाह के प्रस्ताव के बाद ये प्लानिंग शुरू हुई और अब केंद्र सरकार से इनकी अनुमति मांगी गई है।
हनुमान चौराहा से लक्ष्मीगंज मंडी
लंबाई-1 किलोमीटर
लागत-95 करोड
फायदा- माधव कॉलेज के पास से ये फ्लाई ओवर सब्जी मंडी के आगे तक तैयार किया जाएगा। इस रूट पर प्रति घंटे करीब 6 हजार वाहनों का ट्रैफिक लोड है जो कि फ्लाई ओवर बनने के बाद मौजूदा सडक पर 60 प्रतिशत ही रह जाएगा जिसके बाद हनुमान चौराहा से लक्ष्मीगंज मार्ग पर ट्रैफिक जाम नहीं लगेगा।
6 नंबर चौराहे से बारादरी चौराहा
लंबाई-2.3 किलोमीटर
लागत- 176.25 करोड
फायदा- यहां बैटरी रोड होते हुए एमएच चौराहे से सिंहपुर रोड होकर बारादरी चौराहे तक फ्लाई ओवर प्रस्तावित किया है। इसके बनने से सदर बाजार में ट्रैफिक जाम की समस्या खत्म होगी।
7 नंबर से बारादरी चौराहा
लंबाई-450 मीटर
लागत-66.29 करोड
फायदा- यह मुरार की सबसे व्यस्त सडक है। इस कारण आए दिन ट्रैफिक जाम लगता है। फ्लाई ओवर बनने पर रोड पर ट्रैफिक जाम नहीं होगा।
हजीरा से किलागेट चौराहा
लंबाई-860 मीटर
लागत-113.03 करोड
फायदा-यह मुख्य व्यवसायिक क्षेत्र के तौर पर स्थापित है। इस रोड पर प्रति घंटे 4 हजार वाहनों का ट्रैफिक लोड है। मौजूदा सडक ट्रैफिक लोड के अनुरूप् कम चौडी होने से जाम की स्थिति रहती है। फ्लाई ओवर बनने से लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी।
गोले का मंदिर से बिरला नगर तक
लंबाई- 800 मीटर
लागत- 123.07 करोड़
फायदा- इस चौराहे पर हर घंटे 5 हजार से अधिक बड़े-छोटे वाहन गुजरते हैं। ट्रैफिक सिग्नल के बाद भी यहां जाम की समस्या बनी रहती है। फ्लाई ओवर बनने पर गोले का मंदिर से बिरला नगर और हजीरा जाने वाला ट्रैफिक मौजूदा सड़क से डायवर्ट हो जाएगा।
केंद्र से जल्द मिलेगी मंजूरी
फ्लाई ओवर के प्रस्ताव एमपीआरडीसी ने केंद्र सरकार के पास भेज दिए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी का आश्वासन मिला है कि जल्द ही इन्हें मंजूरी मिलेगी।
– भारत सिंह कुशवाह, सांसद