लता मंगेशकर की तबीयत बिगड़ी, फिर वेंटिलेटर पर किया गया शिफ्ट
स्वर कोकिला और भारत रत्न 92 साल की लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की हालत बेहद गंभीर हो गई है. पिछले 27 दिनों से वह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं. पिछले दिनों उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया था, लेकिन आज खबर है कि एक बार फिर से लता दी की तबीयत बिगड़ गई है, उन्हें फिर से वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया है. कोरोना और निमोनिया से संक्रमित होने के बाद उन्हें 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉक्टर्स की टीम रख रही है नजर
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समधानी और उनकी टीम लगातार स्वर कोकिला के सेहत का ख्याल रख रहे हैं. एक बार फिर लता दी की सेहत बिगड़ी तो उन्होंने तुरंत डॉक्टर्स ने वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया. डॉक्टर्स की एक टीम 24 घंटे उनके इलाज के लिए अस्पताल में मौजूद है.
6-7 दिन पहले वेंटिलेटर सपोर्ट से था
बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर लता मंगेशकर को 6-7 दिन पहले ही डॉक्टर्स ने वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाया था. डॉक्टर प्रतीत समधानी ने तब बताया था कि उनके सेहत में सुधार हैं, इसलिए उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाया गया है, लेकिन वह आईसीयू में मेडिकल ऑब्जर्वेशन में हैं.
कुछ दिन पहले भी फैलाई गई थी झूठी खबर
कुछ दिन पहले भी कथित तौर पर लता मंगेशकर की हालत बिगड़ने की बात कही गई थी और इसके बाद उनकी प्रवक्ता ने इस खबर को झूठा करार दिया था. उन्होंने कहा था, ‘लोगों के बीच झूठी खबरों का फैलना, परेशान करने वाला है. कृपया ध्यान दें कि लता दीदी स्थिर हैं. कृपया उनकी शीघ्र घर वापसी के लिए प्रार्थना करें.’
13 साल की उम्र से लता दी ने की करियर की शुरुआत
भारतीय सिनेमा के महान पार्श्व गायकों में से एक के रूप में, लता मंगेशकर ने साल 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं. अपने सात दशक से अधिक के करियर में उन्होंने ‘अजीब दास्तान है ये’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘तेरे लिए’ जैसे कई यादगार ट्रैक्स को अपनी आवाज दी है.