यूएस से 30 प्रिडेटर ड्रोन खरीदेगा भारत, 22,000 करोड़ का सौदा
नई दिल्ली. भारत अपनी सैन्य क्षमता को और अधिक मजबूत करने के सिलसिले में अमेरिका से 30 प्रिडेटर ड्रोन का सौदा कर रहा है। ये सौदा करीब 22,000 करोड़ रुपए का होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वॉशिंगटन में सशस्त्र ड्रोन निर्माता जनरल एटॉमिक्स के प्रमुख समेत चार टॉप अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी चारों सीईओ से आमने-सामने मुलाकात करने वाले हैं। इसमें जनरल एटॉमिक्स, क्वालकॉम, सेमी-कंडक्टर, ब्लैकरॉक, फर्स्ट सोलर और एडोब के सीईओ शामिल हैं। एपल के सीईओ टिम कुक ने स्वास्थ्य कारणों से अंतिम समय में बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया।
सीईओ के साथ मीटिंग में बड़े फैसले होने के आसार
मोदी जिन सीईओ के साथ मीटिंग करने वाले हैं, उनकी लिस्ट देखकर साफ है कि यहां कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं। एक ओर जहां प्रधानमंत्री सैन्य क्षमता बढ़ाने वाली कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे, वहीं दूसरी ओर एनर्जी सेक्टर में काम करने वाली कंपनी के प्रमुख से भी उनकी मुलाकात होनी है।
गाइडेड बॉम्ब और मिसाइल्स से लैस प्रिडेटर ड्रोन
बाइडेन प्रशासन से भारत को 30 प्रिडेटर ड्रोन देने की मंजूरी मिल चुकी है। 30 यूएवी में से भारतीय नौसेना, थल सेना और वायु सेना को 10-10 ड्रोन मिलेंगे। ये प्रिडेटर ड्रोन गाइडेड बॉम्ब और मिसाइल्स से लैस होंगे। इनसे खुफिया मिशन, निगरानी, एयर सपोर्ट और बचाव कार्य समेत कई काम में आसानी होगी।
सेंसर और लेजर-निर्देशित बम ले जाने में सक्षम
प्रिडेटर ड्रोन कई तरह की तकनीकी खूबियों से लैस हैं। यह ड्रोन 9 हार्ड-पॉइंट के साथ आता है, जो हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों के अलावा सेंसर और लेजर-निर्देशित बम ले जाने में सक्षम है। यूएवी 50,000 फीट के सरफेस पर ऑपरेट होता है और करीब 27 घंटे तक टिका रहता है।
2 प्रिडेटर एमक्यू-9 यूएवी ऑपरेट कर रही नौसेना
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत भविष्य में इस तरह के 18 और ड्रोन खरीद सकता है। ये ड्रोन्स सरकारी समझौते के तहत यूएस फॉरेन मिलिट्री सेल्स के जरिए खरीदे जाएंगे। भारतीय नौसेना पहले से ही इंडोनेशिया में अदन की खाड़ी से लोम्बोक स्ट्रेट्स तक 2 प्रिडेटर एमक्यू-9 यूएवी ऑपरेट कर रही है।