मूर्ति गिराए जाने की घटनाएं बर्दाश्‍त के बाहर : मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के कुछ हिस्सों में प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करने की घटनाओं को 'कड़े शब्दों में खारिज किया' और इस मुद्दे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी बात की. वहीं गृह मंत्रालय ने कहा कि तोड़फोड़ की इन घटनाओं को गंभीरता से लिया गया है. मंत्रालय ने राज्य सरकारों को इन मामलों में कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया.

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के कुछ हिस्सों में हुई तोड़फोड की घटनाओं को कड़े शब्दों में खारिज किया है. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजे गए परामर्श में गृह मंत्रालय ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों से प्रतिमाओं को गिराने की घटनाओं की खबरें आ रही हैं, जिन्हें गंभीरता से लिया गया है. इसमें कहा गया, 'गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों से कहा है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए वे सारे जरूरी कदम उठाएं.'
मंत्रालय ने कहा कि राज्य सरकारों से कहा गया है कि ऐसी घटनाओं में लिप्त सभी लोगों के साथ सख्ती से पेश आया जाए और कानून के उपयुक्त प्रावधानों के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए. एडवायजरी में कहा गया, 'माननीय प्रधानमंत्री ने इस बाबत गृह मंत्री से भी बात की.'

इस परामर्श में त्रिपुरा का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन शनिवार को चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद राज्य में विरोधी राजनीतिक दलों में हिंसा की छिटपुट घटनाएं और झड़पें हुई थी. वहीं सोमवार को दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया में लेनिन की प्रतिमा को बुल्डोजर की मदद से गिरा दिया गया था. वहीं तमिलनाडु के वेल्लोर जिले में मंगलवार रात समाज सुधारक एवं द्रविड़ आंदोलन के संस्थापक ईवी रामासामी 'पेरियार' की प्रतिमा कथित रूप से क्षतिग्रस्त कर दी गई.बता दें कि त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में बीजेपी की जीत हुई है और इसके साथ ही वाम सरकार 25 साल बाद यहां की सत्ता से बाहर हुई है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय और डीजीपी एके शुक्ला सेकल बात की थी और उनसे नई सरकार के कामकाज संभालने तक राज्य में शांति सुनिश्चित करने और हिंसा पर नजर रखने को कहा था.

केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने भी डीजीपी से बात की और उनसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने, हिंसा पर नजर रखने और शांति बहाली के लिए हरसंभव कदम उठाने का निर्देश दिया. मंत्रालय ने कहा कि हालत से निबटने के लिए राज्य सरकार को पर्याप्त केंद्रीय और राज्य बल उपलब्ध करवाए गए हैं.