इन 75 सीटों पर बसपा की नजर
एक बार फिर कांग्रेस-बसपा गठबंधन की बातें शुरू हो गईं हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि मप्र में कांग्रेस-बसपा गठबंधन तय है। मप्र में बसपा की 75 सीटों पर नजर है। सीटों में कुछ कम ज्यादा हुआ भी तो भी वह सत्ता में 50 प्रतिशत की भागीदारी से कम पर राजी नहीं होगी। दरअसल, बसपा के आंतरिक सर्वे की रिपोर्ट मायावती तक पहुंच चुकी है और बसपा नेता उत्साहित हैं कि उनका जनाधार इस बार बढ़ने वाला है।
उत्तरप्रदेश के पूर्व मंत्री एवं मप्र के प्रभारी रामअचल राजभर का दावा है कि प्रदेश में बसपा ने अंदरूनी तौर पर 75 ऐसी सीटें चिन्हित की हैं जिन पर पार्टी का मत प्रतिशत लगातार बढ़ रहा है। पार्टी का आंतरिक सर्वेक्षण हवा का रुख उसके पक्ष में बता रहा है। 2008 एवं 2013 के चुनाव में उसे मिले मत भी इस बात को ताकत दे रहे हैं। हालांकि वो गठबंधन की बात से इंकार करते हैं परंतु बताते हैं कि प्रदेश में तैनात पार्टी के छह प्रभारियों को इन सीटों की जवाबदारी सौंपने की तैयारी की जा रही है। प्रदेश प्रभारियों की संख्या के सवाल राजभर का कहना है कि अभी और भी प्रभारी बन सकते हैं। जरूरत पड़ने पर जिला स्तर पर भी तैनाती की जाएगी। उन्होंने दावा किया कि पार्टी का जनाधार कोई हिला नहीं सकता।
बसपा नेताओं का तर्क है कि 2013 के चुनाव में भाजपा की लोकप्रियता का ग्राफ चरम पर था, लेकिन अब वह बात नहीं रही। बसपा अपने पारंपरिक जनाधार वाले जिलों में ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, दमोह, छतरपुर, बालाघाट, रीवा, सीधी और सिंगरोली को शामिल बता रही है। इनके अलावा भोपाल जिले की बैरसिया, हुजूर, विदिशा जिले की कुरवाई और सीहोर में आष्टा विधानसभा सीट को भी टारगेट पर रखा है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि विजयपुर, सबलगढ़, जौरा, अटेर, लहार, ग्वालियर ग्रामीण, ग्वालियर पूर्व, ग्वालियर दक्षिण, भितरवार, डबरा, सेंवढ़ा, दतिया, करैरा, पोहरी, पिछोर, कोलारस, बामोरी, गुना, चाचोड़ा, अशोकनगर, चंदेरी, मुंगावली, बीना, खुरई, नरयावली, निवाड़ी, खरगापुर, चंदला, राजनगर, बिजावर, मलहरा, पवई, चित्रकूट, सतना, नागौद, अमरपाटन, सिरमौर, त्योंधर, मऊगंज, गुढ़, सीधी, सिहावल, चितरंगी, सिंगरोली, देवसर, कोतमा, बांधवगढ़, विजयराघवगढ़, मुड़वारा, बहोरीबंद, जबलपुर पूर्व, पनागर, सिहोरा, मंडला, वारासिवनी, भोपाल मध्य, हुजूर, खिलचीपुर, कालापीपल, हाटपिपल्या, खातेगांव, नेपानगर, महेश्वर, कसरावद, बड़वानी, आलीराजपुर, देपालपुर, राऊ, सांवेर, तराना, घटिया, रतलाम ग्रामीण एवं मल्हारगढ़ में पिछले चुनावों में बढ़े वोट प्रतिशत के आधार पर अच्छी संभावनाएं दिख रही हैं