भगवान भोलेनाथ की बारात में आए भूत-प्रेत
ग्वालियर। घर-परिवार और समाज की सुख-समृद्धि और शांति के उददेष्य को लेकर चार शहर का नाका स्थित ब्रजमोहन रामकली मानव सेवा भवन पर आयोजित संगीतमयी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन कथा व्यास भागवताचार्य राम शास्त्री ने भक्तगणों को सती चरित्र,ध्रुव चरित्र और शिव विवाह की कथा का महत्व वर्णन किया और कथा के बीच-बीच में मधुर भजनों से कथा स्थल को भक्ति रस से सराबोर कर दिया। जैसे ही भगवान भोलेनाथ की बारात कथा स्थल पर आई वैसे पूरा माहौल विवाह मय हो गया और महिलाओं ने विवाह गीतों पर जमकर नृत्य किया। भगवान भोलेनाथ की बारात में भूत-प्रेतों के द्वारा सुंदर दृष्य दर्शाया गया। कथा से पूर्व कथा के परीक्षित ब्रजमोहन और श्रीमती रामकली शिवहरे व शिवहरे परिवार के सदस्यों ने श्रीमदभागवत गीता की आरती उतारी और पूजन कर कथा व्यास पंडित राम शास्त्री का पुष्पहार पहनाकर आत्मीय स्वागत किया। व्यास गददी पर आसीन कराया, कथा के चौथे दिन गुरूवार को कथा व्यास पंडित राम शास्त्री भक्तगणों को मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान राम और भगवान कृष्ण के जन्म की मन को आनंदित कर देने वाली कथा के प्रसंगों का रसपान कराएंगे। कृष्ण जन्मोत्सव के उपरांत होली महोत्सव का भी भक्तगण आनंद लेंगे और फूलों की होली खेली जाएगी।