अफीम की खेती- डेढ़ बीघा में की जा रही थी अफीम की खेती, डोंगरपुर में अफीम के आरोपियों को दबोचने के लिये लगातार दविश दे रही नारकोटिक्स टीम
ग्वालियर. सीहोर, ग्वालियर के डोंगरपुर के बाद अब पिछोर इलाके में अफीम की खेती पकड़ी गयी है। भिण्ड जिले के रहने वाले रिश्तेदार ने लालच देकर किसान से डेढ़ बीघामें अफीम की खेत की जा रही थी। खबर मिलने पर पिछोर थाना पुलिस मल्हावनी गांव पहुंची और 4 किमी दूर पैदल चलकर पहुंचे तो अफीम की फसल लहलहाती मिली। अफीम के पौधे कटवाकर 2 ट्रॉलियां में भरकर पुलिस थाने लाया गया है।
मल्हावनी गांव में बृजभान सिंह पुत्र रतनसिंह ठाकुर द्वारा डेढ़ बीघा खेत की जमीन में अफीम फसल उगा रखी थी। फसल तैयार होने से पूर्व ही पुलिस को इस बात की भनक लग गयी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस खेत पर पहुंची। टीआई अजय भार्गव ने बताया कि खेत महुअर नदी किनारे होने के कारण से 4 किमी पैदल चलकर जाना पड़ा। गांव वालों से संपर्क कर श्रमिकों और ट्रैक्टर-ट्रालियों की व्यवस्था की। अफीम के सारे पौधे कटवाकर 2 ट्रालियों में भरकर रात 9 बजे तक पुलिस थाने में लाकर जब्ती में रखवाया गया है।
जिला प्रशासन से जमीन के दस्तावेज मांगे
ग्वालियर के डोंगरपुर के सर्वे नम्बर 406, 407 और 408 पर की जा रही अफीम की खेती के संबंध में नारकोटिक्स विभाग ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 8ध्18सी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी पूरनसिंह ने बताया कि जानकी झवर और सुनील गांधी के खेत से अफीम की खेती के लिये पानी लिया जा रहा था। लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुनील गांधी के खेत में अफीम की खेती नहीं पायी गयी। इसलिये नारकोटिक्स विभाग ने जिला प्रशासन से अफीम की खेती की जमीन के दस्तावेज जिला प्रशासन से मांगे हैं। इसके बाद तय हो पायेगा किस किस के खेत में अफीम की खेती जा रही थी उसके बाद उन लोगों पर कार्यवाही की जायेगी।
नारकोटिक्स की टीम लगातार दविश दे रही है
नारकोटिक्स विभाग की टीम अधीक्षक रजनीश शर्मा, एसपी सिंह के नेतृत्व में व्हीपी सिंह, गजेन्द्रसिंह और अविनाश मिश्रा आदि ने शनिवार की रात से अभियुक्त पूरनसिंह की निशानदेही पर आरोपियों को पकड़ने के लिये जुटी हुई है।