मामला 3 करोड़ की अफीम का दो नए नाम आए सामने, नारकोटिक्स ने दी अमरोल में दबिश, पहले ही पहुंच चुकी थी दबिश की खबर, भाग गए संदेही

डोंगरपुर में पकड़ी गई करोडों की अफीम में 2 नए नाम सामने आए हैं। रविवार को इनकी तलाश में नारकोटिक्स की 2 अलग अलग टीमों ने अमरोल, चीनोर में दबिश दी है। पर टीम की दबिश की सूचना पहले ही संदेहियों तक पहुंच गई थी। संदेहियों के घरों पर ताले लगे मिले हैं। फिलहाल दोनों युवक घर से गायब बताए गए हैं। इनके पकड़े जाने के बाद नए खुलासे हो सकते हैं।

शहर के सिरोल स्थित डोंगरपुर की 6 बीघा जमीन में जिला प्रशासन और नारकोटिक्स विभाग की संयुक्त कार्यवाही में दो दिन पहले पकड़ी गई अफीम की खेती में मौके से गिरफ्तार अभियुक्त पूरनसिंह पुत्र मूलेसिंह, निवासी सुमेर का पुरा ने कई खुलासे किए हैं। उसने इस पूरी खेती के पीछे चीनोर और अमरोल के प्राण सिंह औ मोहन सिंह का नाम लिया है। उसकी निशानदेही पर नारकोटिक्स विभाग की टीम द्वारा आमरोल और चीनोर निवासी मोहनसिंह और प्राणसिंह के ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन दोनों नहीं मिले हैं। पूरन ने अभी इन दोनों के इशारे पर खेती की बात कुबूल की है।

नारकोटिक्स ने मांगे जमीन के दस्तावेज

सिरोल के डोंगरपुर में सर्वे नम्बर 406, 407 और 408 पर की जा रही अफीम की खेती के संबंध में नारकोटिक्स विभाग ने NDPS एक्ट की धारा 8/18 C के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपी पूरनसिंह ने बताया कि जानकी झवर और सुनील गांधी के खेत से अफीम की खेती के लिये पानी लिया जाता था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुनील गांधी के खेत में अफीम की खेती नहीं पाई गई है। इसलिये नारकोटिक्स विभाग ने जिला प्रशासन से अफीम की खेती की जमीन के दस्तावेज जिला प्रशासन से मांगे हैं। इसके बाद तय हो पायेगा किस किस के खेत में अफीम की खेती की जा रही थी। उसके बाद उन लोगों पर कार्यवाही की जायेगी।