भितरवार तहसील कार्यालय में नामांतरण का प्रतिवेदन न बदलने पर दो पटवारियों को पीटा, तोड़फोड़ कर सरकारी दस्तावेज फाड़े, जिला स्तरीय हड़ताल की चेतावनी दी

ग्वालियर. दो युवकों ने भितरवार स्थित तहसील कार्यालय में घुसकर न सिर्फ यहां काम कर रहे दो पटवारियों को पीटा और उनके मोबाइल तोड़ने के साथ कार्यालय में तोड़फोड कर सकरारी दस्तावेज फाड़ दिए। सोमवार दोपहर करीब 1.30 बजे हुई इस वारदात के बाद युवक मौके से भाग गए। आरोपी इकहरा गांव के रहने वाले है और दोनों कृषक बताए गए है। उन्हें एक पूर्व मंत्री का नजदीकी भी बताया जा रहा है। दोनों ने जमीन के नामांतरण के लिए आवेदन लगाया था। जमीन का निरीक्षण करने के बाद पटवारियों ने प्रतिवेदन तैयार कर तहसीलदार को दिया था। इस प्रतिवेदन पर दोनों युवकों को आपत्ति थी। पहले तो दोनों ने इसे बदलने का दबाव डाला और दोनों ने खुद को मंत्री का रिश्तेदार बताया, लेकिन जब पटवारी नहीं माने तो उनकी मारपीट शुरू कर दी। घटना के बाद पटवारी और तहसील के अन्य कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है इसके बाद भितरवार थाने में एफआईआर दर्ज कराई लेकिन रात तक आरोपी पकड़े नहीं गए।

मारपीट के विरोध में जिले के पटवारी लामबंद

भितरवार में पटवारियों के साथ भाजपा नेताओं द्वारा की गई मारपीट के विरोध में जिले के पटवारी लामबंद हो गए है। पटवारियों ने सोमवार से ही काम बंद का निर्णय ले लिया था लेकिन वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन पर इसे गुरूवार तक के लिए टाल दिया गया है। यदि गुरूवार तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो शुक्रवार से पटवारी काम बंद हड़ताल शुरू कर देंगे। ये हड़ताल सबसे पहले भितरवार तहसील में ही होगी उसके बाद भी गिरफ्तारी न होने पर जिला स्तर और प्रदेश पर इसे शुरू किया जाएगा।

दबाव बनाकर अपने मनमुताबिक रिपोर्ट बनवाना चाहते थे

वहीं घटन के पीडि़त पटवारी विकास राठौर ने बताया कि जिस मामले को लेकर भाजपा नेता अरविंद पवैया और बंटी पवैया ने मारपीट की है उसकी रिपोर्ट 28 जनवरी को ही तहसील में प्रस्तुत हो चुकी है। ये लोग दबाव बनाकर अपने मनमुताबिक रिपोर्ट बनवाना चाहते थे ऐसा न करने पर इन्होंने मारपीट की। पटवारी संघ के जिलाध्यक्ष ज्ञान सिंह राजपूत ने बताया कि मारपीट करने वालों पर सख्त एक्शन न हुआ तो इस मामले को लेकर पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।