24 घंटे तक लाश पर बर्फ डालकर रूम फ्रेशनर छिड़कता रहा ताकि बदबू न आए फिर झाड़ियों में फेंककर लगाई आग

भू-अभिलेख विभाग की सहायक लेखा अधिकारी सूर्या सिंह (30) का कातिल उसका वेटरनरी डॉक्टर पति डॉ.संजय सिंह बैस ही निकला। डाॅ. संजय ने गुरुवार काे सूर्या का गला घाेंटकर कत्ल किया और शव काे 24 घंटे घर पर एक कमरे में रखे रहा।

इसके बाद उसने शव काे बाेरी में बांधा और स्कूटर पर रखकर कलेक्टाेरेट राेड पर मेट्राे टावर के पास झाड़ियाें में फेंककर पेट्राेल से आग लगा दी। लाश ठिकाने लगाने के बाद शुक्रवार रात 12 बजे कातिल ने थाने पहुंचकर सूर्या के गुम हाेने की रिपाेर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस की पूछताछ में डॉ. संजय ने गुनाह कुबूल कर लिया है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। साेमवार काे आराेपी काे काेर्ट में पेश किया जाएगा।

एसपी अमित सांघी के मुताबिक डाॅक्टर ने हत्या की वजह पत्नी के चरित्र पर संदेह काे बताया है। पूछताछ में आराेपी ने बताया है कि शादी के बाद जब दोनों हनीमून पर गए थे, तभी उसने पत्नी को बॉयफ्रेंड से सोशल मीडिया पर चैट करते पकड़ा था। इसके बाद कई बार उसने पत्नी काे किसी गैर मर्द से बात करने से रोका, लेकिन वह नहीं मानी।

गुरुवार को इसी बात पर दाेनाें में झगड़ा हुआ और गुस्से में आकर उसने पूरी ताकत से सूर्या को मुक्का मारा, जो उसके गले पर लगा। इससे चह अचेत होकर गिर पड़ी। इसके बाद उसने सूर्या का गला दबाकर हत्या कर दी। शव काे वह 24 घंटे रख के बेडरूम में रखे रहा। उसने फ्रिजर से बर्फ निकाली और शव के ऊपर रखी।

वह रातभर कमरे में फ्रेशनर भी छिड़कता रहा। यह जानकारी उसने यूट्यूब से निकाली थी कि ऐसा करने से शव की बदबू नहीं आती है। गौरतलब है कि शनिवार को एक महिला का अधजला शव पुलिस ने बरामद किया था। उसकी पहचान दर्पण कॉलोनी निवासी डॉ.संजय सिंह बैस की पत्नी सूर्या के रूप में की गई थी। यह शिनाख्त सूर्या की बहन अनामिका ने शव पर अंगूठी और चेन देखकर की थी।

ऐसे ठिकाने लगाई लाश... हत्या के बाद शराब पी

कत्ल करने के 24 घंटे बाद डाॅ. संजय ने लाश के हाथ-पैर बांधे और उसे एक बोरे में डाला। मृतका की लंबाई कम थी और इकहरा बदन था इसलिए उसने लाश को इस तरह बांधा कि स्कूटर पर आगे बाेरा रखा जा सके। इस बाेरे काे वह शुक्रवार रात को मेट्राे टावर के पास झाड़ियाें में ले गया। इससे पहले उसने पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदा और फिर झाड़ियों में शव काे आग लगा दी।
लाश काे ठिकाने लगाने के लिए आराेपी ने शुक्रवार को दिन में स्कूटर से घूमकर स्थान तलाशा। कलेक्टाेरेट रोड पर मेट्रो टावर के पास जगह झाड़ियां उसे इसके लिए उपयुक्त लगीं। इस कारण उसने यहां शव काे जलाने का प्लान बनाया।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने कई बार अपने बयान बदले। गुरुवार रात को वह लाश के पास बैठकर रोया। उसने बताया कि पहले उसने खुद ही पुलिस को फोन लगाने का मन बना लिया था, लेकिन शुक्रवार को मन बदल गया। उसने हत्या करने के बाद शराब भी पी।

पहले गुमराह किया, पुलिस ने जब स्कूटर से उसी रूट पर जाता फुटेज व माेबाइल लोकेशन दिखाई तो आरोपी टूट गया

सूर्या का अधजला शव मिलने के बाद पहले संदेही के तौर पर पुलिस ने उसके पति डॉ. संजय सिंह बैस काे हिरासत में लेकर पूछताछ कर दी थी लेकिन डाॅ. संजय लगातार पुलिस काे गुमराह करता रहा। पुलिस का उस पर शक तब गहराया, जब ये पता चला कि वह बिना फोटो लिए ही गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंचा था।

जब उससे फोटो मांगा तो उसने इनकार कर दिया था। इसके बाद शव मिलने पर वह एक रिश्तेदार के साथ घटनास्थल पर पहुंचा था लेकिन उसने पत्नी काे पहचानने से इनकार कर दिया। जबकि उसने गुमशुदगी में लिखाया था कि वह पीले रंग के कपड़े पहने है।

लाश पर कपड़े के जो टुकड़े मिले, वे भी पीले रंगे थे फिर भी वह पहचान से इनकार करता। इसके बाद पुलिस ने रूट के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। शुक्रवार की रिकाॅर्डिंग देखी ताे एक जगह डॉक्टर संजय अपने स्कूटर पर आगे बोरा रखकर ले जाता हुआ नजर आया।

इस फुटेज से कहानी काफी हद तक साफ हो गई। इसी आधार पर उसके मोबाइल की लोकेशन निकाली गई तो वह भी कलेक्टोरेट रोड पर पाई गई। ये फुटेज और लोकेशन दिखाकर जब डॉक्टर से पूछा गया तो वह टूट गया और उसने पत्नी की हत्या करना स्वीकार कर लिया।

डॉक्टर ने ही पत्नी की हत्या की है

^सहायक लेखाधिकारी सूर्या की हत्या उसके पति डाॅ. संजय सिंह बैस ने की है। डॉक्टर ने चरित्र पर संदेह के चलते हत्या करना कुबूल किया है। पूछताछ में उसने बताया है कि पत्नी किसी से बात करती थी। उसके द्वारा दी गई जानकारी की पड़ताल के लिए मृतका का मोबाइल जब्त किया है। यह भी पता लगा रहे हैं कि कहीं आरोपी के साथ कोई और तो हत्या में शरीक नहीं था। -रत्नेश सिंह तोमर, सीएसपी, यूनिवर्सिटी सर्किल