ट्रांसपोर्टर का 2 करोड़ का भुगतान रोका जब्त ट्रकों को राजसात कर होगी वसूली

धान खरीदी में घोटाला करने वाला ट्रांसपोर्टर कृष्णपाल उर्फ पप्पू कंसाना और समिति प्रबंधक मदन तिवारी 24 घंटे बाद भी नहीं पकड़े गए हैं। जबकि कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने ट्रांसपोर्टर का करीब 2 करोड़ रुपए का भुगतान रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं।

घटिया धान के साथ पकड़े गए पांच ट्रक और सिक्योरिटी डिपोजिट के 5 लाख रुपए राजसात करने की तैयारी भी कर ली गई है। मंगलवार को प्रशासन की पड़ताल में सामने आया कि ट्रांसपोर्टर ने काली कमाई से करोडों रुपए की कोठी मेला ग्राउंड के पीछे बना ली है। डबरा रोड पर भी करोड़ों की जमीन पर फार्म हाउस बनाया है। उसकी पूरी संपत्ति का ब्यौरा प्रशासन निकलवा रहा है। यह जानकारी आयकर विभाग को भी दी जाएगी।

कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि ट्रांसपोर्टर कृष्णपाल उर्फ पप्पू कंसाना की सिक्योरिटी मनी और ट्रक को राजसात करने के लिए दस्तावेज जुटाए गए हैं। साथ ही उसे ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।

ऐसा होने पर 10 साल तक कृष्णपाल उर्फ पप्पू कंसाना के अलावा उसके घर का कोई भी सदस्य किसी भी शासकीय विभाग में टेंडर नहीं डाल सकेंगे। उन्होंने बताया कि ट्रांसपोर्टर पर रासुका भी लगाई जाएगी। मार्कफेड के जिला प्रबंधक विवेक तिवारी ने बताया कि अभी उसका करीब 2 करोड़ रुपए का भुगतान शासन पर शेष है। इसे रोककर घोटाले की राशि वसूल की जाएगी। उसके सभी बिल की जानकारी इकठ्ठी कर ली गई है। इसे रोकने के लिए भोपाल स्थित मुख्यालय भेजा जा रहा है।

कंट्रोल की दुकानों पर राशन पहुंचाने का ठेका निरस्त, रुकेगा भुगतान

भितरवार और डबरा में स्थित कंट्रोल की दुकानों तक राशन पहुंचाने का ठेका कृष्णपाल उर्फ पप्पू कंसाना के पास है। यहां भी उसने गरीबों के हक का राशन बाजार में बेचा। अब यहां का ठेका निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही नागरिक आपूर्ति निगम भी उसका भुगतान रोकेगा।

किसानों के नाम की होगी पड़ताल

धान खरीदी में घोटाला सामने आने के बाद यह पड़ताल की जा रही है कि किन-किन किसानों के नाम पर धान बेची गई। जिन किसानों के खाते में भुगतान हुआ, उनसे भी पूछताछ की जाएगी।

इधर, मामा-भानजे की तलाश तेज कंट्रोल की दुकानों का राशन बाजार में बेचने वाले मुरैना के मुन्नालाल (मामा)और डबरा के राहुल अग्रवाल (भानजे) की तलाश में झांसी रोड थाने की दो टीम लगी हैं। एक टीम डबरा और दूसरी टीम मुरैना में डेरा जमाए है। मामले में अब खाद्य विभाग के अफसर फंस रहे हैं।

सीसीटीवी फुटेज भी देख रहे हैं

धान खरीदी में घोटाला करने वाले ट्रांसपोर्टर और समिति प्रबंधक की तलाश की जा रही है। इस तरह का घोटाला कब से चल रहा है, इसकी पड़ताल के लिए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी देखे जा रहे हैं। -अमित सांघी, एसपी