मेगा कार्यकारिणी, पर प्रतिनिधित्व में पिछड़ा निमाड़-इंदौर
मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को इस बार बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर के रूप में देखा जा रहा है। ऐसे में शनिवार को लंबे समय बाद के प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का गठन कर दिया गया है। नई कार्यकारिणी में 19 प्रदेश उपाध्यक्ष, 25 महासचिव और 40 सचिव बनाए गए हैं।
वहीं कांग्रेस ने छह जिलों के शहर और जिलाध्यक्षों में भी बदलाव किया गया है। हर बार की तरह इस बार भी नई कार्यकारिणी में कांग्रेस की तरफ से प्रदेश के सभी अंचलों को बराबर प्रतिनिधित्व दिए जाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन मालवा-निमाड़ अंचल में सीटों के लिहाज से बेहद कमजोर रहने के बाद भी कांग्रेस ने यहां संगठन को ज्यादा मजबूत करने में कोई दिलचस्पी दिखाती नजर नहीं आ रही है।
गौरतलब है कि, मालवा-निमाड़ अंचल में 80 से ज्यादा विधानसभा सीट आती हैं, जिनमें से ज्यादातर सीटों पर वर्तमान में बीजेपी का कब्जा है। बीजेपी यहां हर बार और मजबूत पकड़ बनाकर जीत हासिल करती आ रही है लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में मालवा-निमाड़ अंचल के प्रतिनिधित्व को बीजेपी के मुकाबले कमतर आंका जा रहा है।
तुलसी सिलावट को जगह मिली है, वहीं धार से गजेंद्र राजूखेड़ी और प्रभुराम चौधरी को भी उपाध्यक्ष बनाया गया है। इस प्रदेश कार्यकारिणी में 25 महासचिव भी बनाए गए हैं, जिसमें से मालवा निमाड़ का प्रतिनिधित्व सिर्फ हरदीप सिंह दंग, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव और सचिन यादव को मिला है। वहीं कांग्रेस कार्यकारिणी में बनाए गए 40 सचिव के मामले में भी मालवा-निमाड़ अंचल अपनी हिस्सेदारी में पिछड़ता नजर आ रहा है। मालवा-निमाड़ अंचल से सिर्फ 4 लोगों को सचिव बनाया गया है।