कानपुर कांडः अमर दुबे की पत्नी खुशी के नाबालिग होने का दावा, पुलिस पर लगे ये आरोप

कानपुर गोलीकांड के बाद एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की पत्नी खुशी को लेकर नया मोड़ आया है. खुशी को पुलिस गैंगस्टर विकास दुबे का सहयोगी बताकर जेल भेज चुकी है. वह कानपुर देहात की जेल में बंद है. 2 जुलाई की वारदात से तीन दिन पहले खुशी की विकास दुबे के साथी अमर दुबे से शादी हुई थी. घटना वाले दिन खुशी बिकरू गांव में ही थी. अब खुशी के अधिवक्ता शिवाकांत ने कोर्ट में उसके नाबालिग होने का दावा किया है.

कानपुर देहात की डकैती कोर्ट में खुशी के नाबालिग होने का दावा किया गया है. इससे संबंधित कागजात भी पेश किए गए हैं. दावा किया गया है कि खुशी की हाई स्कूल की मार्कशीट और प्रमाण पत्र से उसकी आयु अभी 16 साल ही है, जबकि पुलिस ने उसे बालिग दिखाकर जेल भेजा है. शिवाकांत का कहना है कि उनके कागजात देखकर अदालत ने पूरे मामले को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड से खुशी की आयु का निर्धारण करने का आदेश दिया है.

बता दें कि अमर दुबे, गैंगस्टर विकास दुबे का सहयोगी था. पुलिस ने उसे हमीरपुर जिले में मार गिराया था. अमर को विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाता था. अमर दुबे की शादी उसके एनकाउंटर से तीन दिन पहले 29 जून को ही हुई थी. अमर की शादी को अभी तीन दिन ही हुए थे कि बिकरू कांड हो गया था. बिकरू कांड के बाद अमर दुबे की पत्नी खुशी भागकर अपने मायके चली गई थी. पुलिस ने उस पर भी इस जघन्य कांड में संलिप्तता का आरोप लगा मामला दर्ज किया था.

इससे पहले एनकाउंटर में मारे गए प्रभात मिश्रा को भी उसके परिवार वालों ने नाबालिग बताकर उसकी मार्कशीट दिखाई थी. बाद में कानपुर पुलिस ने दावा किया था कि प्रभात बालिग था. उसकी दो मार्कशीट थी. नकली मार्कशीट में उसने अपनी उम्र कम दिखाई थी, जबकि असली मार्कशीट में वो बालिग था.