पटना के कमिश्नर का नकली OSD बन लोगों से कर रहा था उगाही, नालंदा से 'नटवरलाल' गिरफ्तार
बिहार की राजधानी पटना में कमिश्नर का ओएसडी (OSD) बन कर फर्जीवाड़ा (Fraud) करने वाला शातिर कानून के हत्थे चढ़ा है. पटना पुलिस (Patna Police) ने फर्जीवाड़ा के आरोप में एक ऐसे नटवरलाल को गिरफ्तार (Natwarlal Arrest) किया है जो पटना के कमिश्नर (Patna Commissioner) का ओएसडी बन कर लोगों से पैसों की उगाही कर रहा था. इस शातिर को गांधी मैदान थाना की पुलिस ने धर दबोचा है. खुद को पटना (Patna) के कमिश्नर कुमार रवि का ओएसडी बता कर लोगों से पैसे मांगने वाले जालसाज को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
बताया जा रहा है कि शातिर ठग की जानकारी जैसे ही कमिश्नर को मिली उन्होंने थाने में केस दर्ज करवा दिया. केस दर्ज होने पर पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि ठगी के लिए यह नटवरलाल पांच अलग-अलग मोबाइल नंबरों का उपयोग करता है.
मोबाइल सर्विलांस से गांधी मैदान थाना पुलिस ने नालंदा से धर दबोचा
पुलिस का कहना है कि आरोपी संजय कुमार की उम्र 45 साल है और वो नालंदा जिले के सराय थाना क्षेत्र के मोगलकुआं का रहने वाला है. पटना के कमिश्नर के क्लर्क नवल किशोर शर्मा के द्वारा 12 मार्च को गांधी मैदान थाने में इसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी. एफआईआर दर्ज होने के बाद पटना पुलिस एक्टिव हो गई और उसने शातिर के मोबाइल नंबर को ट्रैक करना शुरू कर दिया. मोबाइल सर्विलांस के दौरान नटवरलाल संजय कुमार का पता पटना पुलिस को चला. इसके बाद पुलिस की एक विशेष टीम गठित की गई और नालंदा में दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने गिरफ्तार संजय कुमार के पास से तीन मोबाइल और पांच सिम कार्ड बरामद किया है.
पुलिस के मुताबिक नटवरलाल नकली ओएसडी बन कर जिन लोगों से पैसे मांगता था उनमें से किसी ने इसकी जानकारी कमिश्नर कुमार रवि को दे दी. यह जान कर पटना के कमिश्नर भी भौंचक्के रह गए. उन्होंने फौरन नटवरलाल संजय कुमार को फोन लगाया लेकिन उसने कॉल रिसीव नहीं किया. तब कमिश्नर ने अपने ऑफिस के क्लर्क को थाने में एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया. गांधी मैदान थाना में केस दर्ज होने पर पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस के जरिए छापेमारी कर संजय कुमार को गिरफ्तार किया. पुलिस अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है.